Ayodhya Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही राम मंदिर का उद्घाटन हो जाएगा. इस खास मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच सकती है. इस दिन के लिए तो तमाम तैयारियां की गईं हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा चुनौती उद्घाटन के बाद होगी जब आम श्रद्धालु मंदिर पहुंचने लगेंगे. 24 मार्च तक 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराने का प्लान है.
ऐसे में इतनी बड़ी संख्या को मैनेज करना भी बड़ी चुनौती होगी. इन श्रद्धालुओं के आने, खाने और ठहरने के लिए आरएसएस के स्वयंसेवकों के बीच भी ज़िम्मेदारी बांटी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, हर 100 श्रद्धालुओं पर एक संघ का स्वयंसेवक प्रभारी होगा जो उनकी व्यवस्था देखेगा. इस तरह प्रति 1000 श्रद्धालुओं पर संघ के 10 स्वयंसेवक मोर्चा संभालेंगे और उनकी व्यवस्था का जायजा लेंगे.
श्रद्धालुओं के ठहरने की कैसी होगी व्यवस्था?
इन 10 स्वयंसेवकों को मैनेज करने के लिए अलग से एक स्वयंसेवक होगा जो प्रति एक हजार श्रद्धालुओं के अयोध्या आने और उनके ठहरने व खाने की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करेगा. इसी तरह से रोजाना अयोध्या पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए भी व्यवस्था की जाएगी. लोगों के रहने के लिए विशेष रूप से गुप्तार घाट से लेकर राम की पैड़ी तक घाटों पर टेंट सिटी बसाई जाएगी. इनके खाने के लिए टेंट सिटी क्षेत्र में ही खाने की सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी.
खाने-पीने के लिए भी किए गए हैं खास इंतजाम
श्रद्धालुओं को खाने पीने की कोई दिक्कत न हो इसके लिए एक और खास व्यवस्था होगी. दरअसल, अयोध्या के घर-घर से रोटी मंगाने की व्यवस्था भी की गई है. इसके तहत व्यवस्थापकों की ओर से हर घर में एक लिफापा पहुंचाया जाएगा. लोग उन लिफ़ाफों में रोटियां रख देंगे और फिर वे रोटियां टेंट सिटी में पहुंचेगी. बता दें कि राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को करेंगे. इस मौके पर देश विदेश से मेहमान आएंगे. कई विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रण भेजा गया है.
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