नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम लखनऊ को दिल्ली बनाएंगे. उन्होंने कहा कि लखनऊ के चारों तरफ से रास्ते बंद किए जाएंगे. जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, हमारा आंदोलन वापस नहीं होगा.
राकेश टिकैत ने कहा, “हम किसानों के बीच जाएंगे. 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ी किसान पंचायत का आयोजन किया जाएगा. कैमरा और कलम पर पहरा लगाया जा रहा है. पूरे देश को कैप्चर करके रखा गया है. जब तक 3 कानून वापस नहीं होंगे, हमारा आंदोलन वापस नहीं होगा. हम लखनऊ को भी दिल्ली बनाने का काम करेंगे. लखनऊ के चारों तरफ रास्ते बंद करने का काम किया जाएगा.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “यूपी आंदोलन का प्रदेश हैं. 4 साल से गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया, 12 हज़ार करोड़ रुपये का अबतक बकाया है. योगी सरकार ने गन्ने में एक रुपये नहीं बढ़ाये. 7-8 राज्यों में किसान को बिजली फ्री है लेकिन यूपी में ऐसा नहीं है. गुजरात की सरकार को पुलिस चलाती है. कुछ ऐसा ही यूपी में भी होने वाला है जहां राज्य को पुलिस स्टेट बनाने की तैयारी है.”
वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि आज हमारे आंदोलन के 8 महीने पूरे हो रहे हैं. इस आंदोलन ने किसान का आत्म सम्मान वापस लौटाया है. किसान की राजनीतिक ताक़त का एहसास कराने के साथ साथ एकता बढ़ाई है. हमारे आंदोलन के बावजूद हमारी मांगें मानी नहीं गई हैं. आज हम अपने आंदोलन के विस्तार की घोषणा करने आये हैं. हम मिशन यूपी/उत्तराखंड की घोषणा कर रहे हैं.
योगेंद्र यादव ने कहा कि इस मिशन यूपी/उत्तराखण्ड में रैली, महापंचायत आयोजित किये जायेंगे. हम लक्ष्य लेकर चल रहे हैं कि किसान आंदोलन का विरोध कर रहे बीजेपी का हर कदम पर विरोध हो. हम पूरे देश में प्रयास कर रहे हैं और आने वाले महीनों में देशभर में इसका विस्तार होगा. इस मिशन में हम राष्ट्रीय मुद्दों के साथ साथ राज्य के मुद्दे भी उठाने का काम होगा. यूपी सरकार ने कुछ समय पहले एमएसपी पर दाने दाने की ख़रीद के दावे किए थे. हमने आंकड़े इकट्ठा किये तो यूपी में गेंहू की पैदावार 308 लाख टन होती है. 20 जुलाई तक के आंकड़े के मुताबिक़ 56.8 लाख टन यानी 18 प्रतिशत ख़रीद हुई है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाक़ी फ़सलों में ख़रीद के नाम पर कुछ नहीं हुआ है. इसका नतीजा ये हुआ कि किसान को एमएसपी से कम दर पर अपनी फसल बेचनी पड़ी. सरकार को मजबूर करने के लिए हरियाणा पंजाब में जैसे टोल प्लाज़ा फ्री करना, बीजेपी और उनके सहयोगियों के बहिष्कार करने जैसा कदम हम यूपी में भी उठाएंगे.