Orang National Park: असम की बीजेपी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम ओरंग राष्ट्रीय उद्यान से हटा दिया है. अब ‘राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान’ का नाम बदलकर ‘ओरंग राष्ट्रीय उद्यान’ करने का फैसला लिया गया है. हिमंत बिस्वा सरकार ने यह फैसला टी ट्राइब्स कम्युनिटी की तरफ से उठाई गई मांग के 48 घंटे के भीतर लिया है.


क्यों हटाया गया नाम?


असम सरकार में मंत्री अशोक सिंघल ने एबीपी न्यूज़ को बताया है कि स्थानीय लोगों की मांग के बाद राजीव गांधी के नाम को हटाकर केवल ओरंग राष्ट्रीय उद्यान नाम रखा गया है. ये बदलाव स्थानीय चाय बाग़ान से जुड़ी जनजाति की मांग पर किया गया है.


ओरंग राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानिए


बता दें कि ओरंग राष्ट्रीय उद्यान देश का एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो असम के दरांग और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है. इसमें 79.28 वर्ग किमी क्षेत्र शामिल है. इसे साल 1985 में एक अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था और 13 अप्रैल 1999 को एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था.


ओरंग राष्ट्रीय उद्यान में एक समृद्ध वनस्पति और जीव हैं, जिनमें भारतीय गैंडे, पिग्मी हॉग, एशियाई हाथी, जंगली जल भैंस और बंगाल टाइगर शामिल हैं. यह ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर गैंडों का एकमात्र गढ़ है.


खेल रत्न पुरस्कार से भी हटा राजीव गांधी का नाम


हाल ही में खेल रत्न पुरस्कार के नाम से भी राजीव गांधी का नाम हटाया गया है. मोदी सरकार ने ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’ का नाम ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कर दिया. यह फैसला तब लिया गया, जब भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतकर ओलम्पिक में पदक का सूखा खत्म किया था.


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