जयपुरः राजस्थान को भारत के गर्म प्रदेशों में गिना जाता रहा है. रेगिस्तान को भी राजस्थान के गर्म होने का कारण समझा जाता रहा है. राज्य के चूरू जिले का तापमान अक्सर देश के बांकी हिस्सों से ज्यादा रिकॉर्ड किया जाता है. वहीं हाल ही के कुछ दिनों में हुी बरसात के कारण राजस्थान के तापमान में कमी देखने को मिली है. साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली है.

भारतीय मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजस्थान ने अबतक 130 प्रतिशत मॉनसून पूर्व बारिश दर्ज की है. राज्य औसतन 21 मिलीमीटर मॉनसून पूर्व बारिश दर्ज करता है, लेकिन इस साल यह 48.2 मिलीमीटर तक पहुंच गया है.

मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार मार्च में राज्य में 4.1 मिमी बारिश होती है. लेकिन इस साल 20.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य मॉनसून पूर्व बारिश का 394 प्रतिशत है. अप्रैल में यहां 4.3 मिमी बारिश होती है. लेकिन इस साल पांच मिमी बारिश हुई, जो औसत मॉनसून पूर्व बारिश से 16 प्रतिशत अधिक है.

अप्रैल और मई में औसत से अधिक बारिश हुई, जिसके कारण तापमान सामान्य से कम रहा. अधिकारियों ने कहा कि राज्य में पश्चिमी विक्षोभ बहुत कम अंतराल पर लगातार सक्रिय होता रहा, जिसके कारण राज्य में मॉनसून पूर्व बारिश की मात्रा अधिक रही है.

बता दें कि राजस्थान में हर साल मार्च से जून के बीच प्रचंड गर्मी का सिलसिला जारी रहता है. कई बार राजस्थान के चूरू में तापमान को 50 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है. लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण लगातार मॉनसून सक्रिय बना रहा जिसके कारण राजस्थान में राहत की सांस मिली है.

यह भी पढ़ेंः

आंखों की सुरक्षा कोविड-19 संक्रमण के खतरे को कम करने में हो सकता है मददगार- शोध

अमेरिका में भारतीय मूल के सर्जन ने कोविड-19 मरीज के फेफड़ों का किया सफल ट्रांसप्लांट