पटना/गुवाहाटी: बाढ़ ने देश के कई राज्यों में अपना कहर बरपा रखा है. बाढ़ से सबसे ज्यादा बर्बादी बिहार और असम में हुई है. बिहार में जहां अबतक 153 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तो असम में दूसरी बार आई बाढ़ से अबतक 140 से ज्यादा जिंदगियों को लील लिया है. बिहार के 17 जिलों में बाढ़ का पानी फैल गया है, जिससे करीब एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं.


बिहार के सीमांचल क्षेत्रों और नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं. नदियों के जलस्तर में वृद्धि के काराण बाढ़ की स्थिति गंभीर बनती जा रही है. बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 153 तक पहुंच गई है.



 बाढ़ की चपेट में आने से बढ़ रही है मरने वालों की संख्या 

आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के 17 जिलों के 156 प्रखंडों की 1.08 करोड़ से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.

राज्य में गुरुवार को बाढ़ से मरने वालों की संख्या 119 से बढ़कर शुक्रवार को 153 तक पहुंच गई. अररिया में सबसे ज्यादा 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि किशनगंज में 11, पूर्णिया में नौ, कटिहार में सात, पूर्वी चंपारण में 11, पश्चिमी चंपारण में 23, दरभंगा में चार, मधुबनी में आठ, सीतामढ़ी में 13, शिवहर में तीन, सुपौल में 11, मधेपुरा में नौ, गोपालगंज और सहरसा में चार-चार, मुजफ्फरपुर में एक, खगड़िया में तीन तथा सारण में दो लोगों की मौत हुई है.

 4.64 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी से घिरे 4.64 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में 1,289 राहत शिविर खोले गए हैं, जिसमें करीब 3.92 लाख लोग शरण लिए हुए हैं. उन्होंने बताया कि 1,765 सामुदायिक रसोई खोली गई है, जिसमें करीब साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाया जा रहा है.



राज्य की कई प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई है, जिससे बाढ़ का पानी कई इलाकों से निकल रहा है, लेकिन अब भी कई स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इधर, बागमती नदी डूबाधार, सोनाखान और बेनीबाद में, जबकि कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. अधवाड़ा समूह की नदियां भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

असम के 20 जिलों के 2,200 से ज्यादा गांव पानी में डूबे

असम के 20 जिलों के 2,200 से ज्यादा गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं और मरने वालों की संख्या बढ़कर 140 के करीब हो गई है. असम में बीते 24 घंटे में बाढ़ की दूसरी लहर में 11 लोगों की मौत हुई. असम जुलाई से बाढ़ की तबाही झेल रहा है.

25 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि कुल 25 लाख 93 हजार 314 लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. इसमें से करीब 90,566 लोगों ने 209 राहत शिविरों में शरण ली है. हाल में हुई 11 मौतें बक्सा, बारपेटा, बोंगियागांव, धुबरी, दक्षिण सलमारा, कामरुप, मोरिगांव और कोकराझार जिलों में हुई हैं.

असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी दी.