मां....यानी धर्म, जाति, संप्रदाय से अलग और बढ़कर एक शब्द. 'मां' पर राजनीति भी कम देखने को मिलती है. लेकिन भारतीय राजनीति के परिप्रेक्ष्य में अक्सर राजनेताओं की मां गाहे बगाहे चर्चा में रहती हैं... अब चाहे वो 5 अक्टूबर को राहुल गांधी का अपनी मां के जूते के फीते बांधने की तस्वीर हो या फिर प्रधानमंत्री मोदी की मां के साथ कभी पैर पखारने तो कभी तिलक लगाने की तस्वीर.
दोनों ही तस्वीरों पर एक दूसरे के विरोधी इसको महज राजनीतिक स्टंट भी बताते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी सोनिया और राहुल गांधी की इस तस्वीर को शेयर किया है. उन्होंने लिखा, "मां तो मां होती है, उनका कोई तोड़ नहीं होता."
इसके अलावा साल 2019 में राहुल गांधी की एक और तस्वीर वायरल हो हुई थी जिसमें वह अपनी मां को चादर ओढ़ाते नजर आ रहे थे. लोगों ने राहुल की इस तस्वीर को जमकर शेयर किया और राहुल गांधी की तारीफ की.
तस्वीर 23 दिसंबर 2021 की है जब कांग्रेस के तकरीबन सभी नेता राजघाट पर खुले में बैठ कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, इस विरोध प्रदर्शन में जब सभी बैठने लगे तो सोनिया गांधी को ठंड लगने लगी. इसके बाद वह शॉल ओढ़ने की कोशिश करने लगीं. इस पर राहुल गांधी ने फौरन अपनी जगह से उठते हुए अपनी मां को शॉल ओढ़ाया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी भी अपनी मां सोनिया के लिए अपने प्यार और स्नेह को जाहिर करने से नहीं कतराते हैं. राहुल गांधी के अलावा कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने समय समय पर साबित किया है कि उनके लिए दुनिया में मां से बढ़कर कोई नहीं हो सकता.
पीएम मोदी और मां
16 फरवरी 2022 को सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की उनकी मां के साथ तस्वीर सामने आई थी. पूरे देश की बागडोर संभालने वाले पीएम मोदी बेहद व्यस्त शेड्यूल में से भी समय निकालकर अपनी मां से मिलने जरूर पहुंचते हैं.
यूं कहिए कि वे अपनी मां से बेहद प्यार करते हैं. तभी तो जन्मदिन हो या कोई अन्य अवसर पीएम मोदी अपनी मां हीराबेन मोदी का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते हैं.
इसके अलावा मां हीराबेन मोदी के 100वें जन्मदिन पर भी पीएम मोदी उनसे मिलने के लिए गांधीनगर स्थित आवास पर पहुंचे. उस वक्त भी पीएम मोदी और उनकी मां की तस्वीर वायरल हुई थी. तस्वीर में मां हीराबेन मोदी कुर्सी पर बैठी नजर आ रही हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमीन पर बैठे नजर आए. पीएम मोदी ने अपनी मां हीराबेन मोदी के चरण धोकर उनका आशीर्वाद भी लिया.
तेजस्वी- राबड़ी
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी एक दूसरे के कितने करीब हैं ये तो कोई छुपी बात नहीं है. आए दिन तेजस्वी यादव की अपने मां के साथ तस्वीरें सामने आती रहती है. तेजस्वी याजव की हाल ही में शादी भी हुई है. एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुझे ऐसी लड़की चाहिए थी जिसे मेरी मां पसंद करे.
वहीं राबड़ी से जब पूछा गया था कि तेजस्वी की पत्नी रेचल राबड़ी की परफेक्ट बहू बनकर दिखा पाएंगी. तो उन्होंने कहा कि था कि राबड़ी को अपने बेटों के लिए किसी ऐसी लड़की की तलाश थी, जो संस्कारी और घरेलू हो. मतलब परिवार को लेकर, उसे जोड़कर चलने वाली हो.
आदित्य ठाकरे और मां
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी अपने परिवार के काफी करीब रहे हैं. आदित्य के रिश्ते अपने पिता से ज्यादा अपनी मां रश्मि ठाकरे से गहरी है. उन दोनों को ही महाराष्ट्र के कई पब्लिक इवेंट पर साथ देखा गया है. आदित्य ठाकरे ने साल 2010 में राजनीति में कदम रखा था उस समय वे महज 20 साल के थे.
आदित्य पहली बार तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने रोहिंटन मिस्त्री की किताब सच अ लॉन्ग जर्नी का विरोध किया था. बाद में उनके इस विरोध ने व्यापक रूप ले लिया और अंत मे मुंबई यूनिवर्सिटी को इस किताब को सिलेबस से हटाना पड़ा. 2017 में आदित्य ठाकरे ने शिवसेना में हजारों युवाओं को जोड़ने का काम किया. जिसकी बदौलत यूनिवर्सिटी में हुए सीनेट के चुनाव में शिवसेना ने 10 के 10 सीटों पर जीत दर्ज की.
संजय गांधी- इंदिरा गांधी
मां के प्रति अपना प्रेम जगजाहिर करने की बात हो तो संजय गांधी का नाम कैसे भूला जा सकता है. मां बेटे का ये रिश्ता हमेशा ही लाइमलाइट में रहा. इंदिरा गांधी और फीरोज गांधी के दो बेटों में से छोटे, संजय का जन्म 14 दिसंबर, 1946 को हुआ था. उनकी मां और भाई राजीव गांधी के साथ संजय के रिश्तों को लेकर मीडिया में काफी कुछ कहा जा चुका है. संजय के बारे में कहा जाता है कि वह अपने दिल में नहीं रखते थे. जो मन में होता था, कह देते थे. उनकी और इंदिरा गांधी कई ऐसी तस्वीरें हैं जिसमें दोनों के बीच का प्यार देखा जा सकता है.
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