नई दिल्ली: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की बड़ी सफलता के बाद से राहुल गांधी का किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार जारी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी ने असम और गुजरात के मुख्यमंत्री को जगा दिया है. लेकिन प्रधानमंत्री अब भी सोए हैं. हम उन्हें भी जगाएंगे. असम में सरकार ने किसानों का कर्ज, गुजरात में बिजली बिल माफ किया है.

असम की बीजेपी सरकार ने किसानों को राहत देते हुए 600 करोड़ रुपये के कृषि कर्ज माफ करने को मंजूरी दी है. इससे राज्य में आठ लाख किसानों को लाभ होगा. असम सरकार के प्रवक्ता और संसदीय मामलों के मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने कहा कि योजना के तहत सरकार किसानों के 25 प्रतिशत तक कर्ज बट्टे खाते में डालेगी. इसकी अधिकतम सीमा 25,000 रुपये है.

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वहीं गुजरात की बीजेपी सरकार ने मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 6 लाख उपभोक्ताओं का 625 करोड़ रुपये का बकाया बिजली बिल माफ करने का ऐलान किया. एकमुश्त समाधान योजना के तहत यह बकाया माफ किया गया है.

गुजरात के बिजली मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि इस एकमुश्त समाधान योजना के तहत उपभोक्ता केवल 500 रुपये चुकाकर अपने कृषि, घरेलू और वाणिज्यक बिजली कनेक्शन वापस प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना का लाभ उन लोगों को भी मिलेगा जिनके खिलाफ बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज हैं और उनके बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं.

बीजेपी ने कांग्रेस की राह पर चलते हुए ओडिशा में कर्जमाफी का दावा किया है. पार्टी ने कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आयी तो वह किसानों का कर्ज माफ करेगी.

राहुल वार जारी राहुल गांधी ने कल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान विरोधी करार दिया था और कहा था कि जब तक प्रधानमंत्री किसानों का कर्ज माफ नहीं करते हैं उन्हें सोने नहीं देंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद के बाहर प्रेस कांफ्रेंस संबोधित करते हुए कहा था, ''आपको डरने की जरूरत नहीं है, हम ये काम करेंगे. विपक्ष किसानों का ऋण माफ करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को मजबूर करेगा. जब तक कर्जमाफी नहीं होगी पीएम मोदी को सोने नहीं देंगे.''

उन्होंने कहा था, ''हमने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 10 दिनों के भीतर कर्ज माफ करने का वादा किया था. लेकिन छह घंटे के भीतर हमने कर्ज माफ किया.''

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सफलता की बड़ी वजह किसानों से किया गया वायदा है. कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले किसानों के कर्जमाफी का एलान किया था. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में 15 साल बाद पार्टी सत्ता में लौटी है. अब कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे को लोकसभा चुनाव में प्रमुखता से उठाने के संकेत दिये हैं.

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