Rahul Gandhi Speech: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के समापन पर सोमवार (30 जनवरी) को जम्मू-कश्मीर में रैली का आयोजन किया गया. 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई ये 136 दिन लंबी यात्रा श्रीनगर (Srinagar) में खत्म हुई. भारी बर्फबारी के बीच हुई यात्रा की समापन रैली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी (BJP) पर जमकर निशाना साधा. आपको बताते हैं उनके भाषण की बड़ी बातें.
1. राहुल गांधी ने कहा कि, "सुरक्षाकर्मियों ने मुझसे कश्मीर वाहन से जाने को कहा था न कि पैदल जाने को. जम्मू कश्मीर में प्रशासन ने कहा कि अगर आप पैदल चलेंगे तो आप पर ग्रेनेड फेंका जाएगा तो मैंने सोचा कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं, क्यों न उन्हें मेरी सफेद टी-शर्ट का रंग बदलकर लाल करने का मौका दिया जाए. मेरे परिवार और गांधी जी ने मुझे निर्भय होकर जीना सिखाया, लेकिन जैसा मैंने सोचा था वैसा ही हुआ, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मुझे ग्रेनेड नहीं बल्कि सिर्फ प्यार दिया."
2. उन्होंने उन पलों को याद किया जब उन्हें फोन पर उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या की सूचना मिली थी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि, "हिंसा भड़काने वाले कभी भी उस दर्द को नहीं समझ पाएंगे." उन्होंने कहा कि, "जो लोग हिंसा भड़काते हैं- जैसे मोदीजी, अमित शाहजी, बीजेपी और आरएसएस- वे इस दर्द को कभी नहीं समझेंगे. सेना के किसी जवान का परिवार यह समझेगा, पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों का परिवार यह समझेगा, कश्मीर के लोग समझेंगे कि वह दर्द क्या होता है."
3. राहुल गांधी ने कहा कि, "उनकी यात्रा का मकसद अपने प्रियजनों की मौत की खबर देने वाले फोन कॉल को समाप्त करना है, चाहे वह कोई सैनिक हो, सीआरपीएफ का जवान हो या कोई कश्मीरी हो. मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश के लोगों के लिए की है. हमारा मकसद उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को ही नष्ट करना चाहती है."
4. कांग्रेस नेता ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं को उनकी तरह जम्मू-कश्मीर में यात्रा करने की चुनौती देते हुए कहा कि वे लोग कभी भी ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे भयभीत हैं. उन्होंने कहा, "मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि बीजेपी का कोई भी नेता जम्मू-कश्मीर में इस तरह पैदल नहीं चल सकता. वे ऐसा नहीं करेंगे, इसलिए नहीं कि उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी बल्कि इसलिए कि वे भयभीत हैं."
5. यात्रा का अनुभव शेयर करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि, "मैंने बहुत कुछ सीखा. एक दिन मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैंने सोचा कि मुझे 6-7 घंटे और चलना होगा और यह मुश्किल होगा, लेकिन एक बच्ची दौड़ती हुई मेरे पास आई और बोली कि उसने मेरे लिए कुछ लिखा है. उसने मुझे गले लगाया और भाग गई. मैंने इसे पढ़ना शुरू किया. उसने लिखा था कि मैं देख सकती हूं कि आपके घुटने में दर्द हो रहा है क्योंकि जब आप उस पैर पर दबाव डालते हैं, तो यह आपके चेहरे पर दिखता है. मैं आपके साथ नहीं चल सकती, लेकिन मैं दिल से आपके साथ चल रही हूं क्योंकि मुझे पता है कि मेरे और मेरे भविष्य के लिए यात्रा कर रहे हैं. ठीक उसी क्षण, मेरा दर्द गायब हो गया."
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