जयपुर: सरकारी कर्मचारियों को मुकदमे से बचाने के लिए राजस्थान की वसुंधरा सरकार के अध्यादेश को लेकर हंगामा मचा है. आज कांग्रेस के बड़े नेता सुबह साढ़े दस बजे पैदल मार्च कर विधानसभा पहुंचेंगे. इस मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट समेत राजस्थान कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल होंगे. कांग्रेस वसुंधरा सरकार के अध्यादेश को काला कानून बता रही है. दरअसल, सीआरपीसी में जो बदलाव किए गए हैं उसके जरिए जज, मजिस्ट्रेट और लोकसेवकों को अतिरिक्त सुरक्षा घेरा दिया गया है. उससे जुड़ा हुआ कानून बनान के लिए अध्यादेश को विधानसभा के इस सत्र में पेश किया जा सकता है. ये मुद्दा इसलिए गरमाया हुआ है क्योंकि राजस्थान विधानसभा सभा का सत्र आज से शुरू हो रहा है. विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरु होगी. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सरकारी कर्मचारियों को बचाए जाने वाले अध्यादेश को लेकर वसुंधरा राजे पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा है कि मैडम मुख्यमंत्री हम 21वीं सदी में हैं. ये 2017 है 1817 नहीं. हालांकि, राजस्थान की सरकार ये दलील दे रही है कि अध्यादेश लोगों के हित के खिलाफ नहीं है. मकसद ये है कि अधिकारी बिना दबाव के काम कर सकें लेकिन कांग्रेस इसे काला कानून और लोकतंत्र के खिलाफ बता रही है.