क्वाड वर्चुअल बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि क्वाड का युग आया है और यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र के स्थायित्व में महत्वपूर्ण स्तंभ बना रहेगा. उन्होंने कहा- हम अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और मुक्त तथा समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता के लिए एकजुट हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा- मैं इस सकारात्मक दृष्टिकोण को भारत के वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन के विस्तार के तौर पर देखता हूं, जो कि पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है.
उन्होंने कहा- आज हमारे एजेंडा में टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जिससे ‘क्वाड’ को विश्व के लिए फायदेमंद बनाने को बल मिलता है. PM मोदी ने कहा कि साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने और सुरक्षित, स्थिर, समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए पहले से कहीं अधिक साथ मिलकर, निकटता से काम करेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले- खास है 'क्वाड'
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- अमेरिका आपके साथ काम करने को प्रतिबद्ध है और क्षेत्र के सभी अपने सहयोगियों के साथ शांति हासिल करने को संकल्पित है. यह समूह खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रैक्टिकल समाधान और ठोस नतीजे को लेकर समर्पित है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग के लिए ‘क्वाड’ महत्वपूर्ण मंच बनने जा रहा है.
जबकि, ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मोरिसन ने कहा- 21वीं सदी में वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र ही है जो दुनिया की तकदीर तय करेगा. हिंद-प्रशांत के महान लोकतंत्र के चार नेताओं के तौर पर हमारी साझेदारी शांति, स्थायित्व और संपन्नता पर आधारित हो, जिसमें क्षेत्र के कई देशों का समावेशन हो.
इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई के पीएम स्कॉट मौरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा भी शामिल हैं. क्वाड नेताओं की इस तरह की यह पहली बैठक है.
क्वाड के बड़े नेताओं की पहली बैठक
क्वाड की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा- “आज शाम को पहले क्वाड नेताओं के वर्चुअल सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन और जापान की पीएम सुगा होंगे. यह सम्मेलन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हितों को साझा करने का एक अवसर होगा.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों के संगठन क्वाड की पहली वर्चुअल बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. बैठक में चारों नेता अपने क्षेत्रीय मुद्दों के अलावा कुछ वैश्विक समस्याओं पर भी बात करेंगे. कोरोना महामारी से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी. म्यांमार की स्थिति सहित कई अन्य ज्वलंत मुद्दे भी चर्चा में आ सकते हैं.
गौरतलब है कि क्वाड के देश साउथ चाइन सी और हिंद प्रशांत क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था की वकालत करते रहे हैं. रणनीतिक और सामरिक तौर पर भारत का क्वाड में अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ बढ़ता सहयोग इस पूरे इलाके में संतुलन बनाए रखने के लिहाज से भी काफी अहम है. विशेष तौर से ये देश आपूर्ति श्रृंखला को लेकर चीन का विकल्प तैयार करने के मामले में एकमत नजर आते हैं.
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