चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि निजी बिजली कंपनियों द्वारा कांग्रेस को दिये गये चंदे का विद्युत क्रय समझौतों से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने इस मुद्दे पर बयानबाजी के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और शिरोमणि अकाली दल की निंदा की.

आप ने सोमवार को पंजाब की कांग्रेस सरकार पर पूर्ववर्ती अकाली दल-बीजेपी सरकार के दौरान हुए बिजली खरीद समझौतों को रद्द नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मौजूदा सरकार ने तीन विद्युत संयंत्र कंपनियों से चंदा लिया है.

अकाली दल ने कांग्रेस पर पैसे लेने के आरोपों में सीबीआई जांच की मांग की. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप और अकाली दल को अनेक अवैध कंपनियों द्वारा गैरकानूनी चंदा दिए जाने के विपरीत कांग्रेस को मिले चंदे का अकालियों द्वारा किये गये विवादस्पद समझौतों से कोई लेनादेना नहीं है.

उन्होंने कहा कि कुछ विद्युत कंपनियों द्वारा राजनीतिक चंदा पंजाब कांग्रेस को नहीं बल्कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को 2009 से 2014 के बीच में दिया गया था और उसका राज्य की वर्तमान सरकार से कोई संबंध नहीं है.

सिंह ने दोनों विपक्षी दलों को चेतावनी दी कि पिछले 10 साल के अपने सारे राजनीतिक चंदे की घोषणा करें ताकि पंजाब के लोग उनके दावों के पीछे का सच जान सकें. उन्होंने कहा, ‘‘सच सामने आने दीजिए और जनता फैसला करेगी कि कौन झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहा है."

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