Charanjit Singh Channi: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इन दिनों अमेरिका में पीएचडी थीसिस लिख रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले दलित नेता चन्नी (Dalit Leader Channi) ने 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के लगभग दो महीने बाद भारत छोड़ दिया था. उनकी पार्टी के सहयोगियों को भी चन्नी की भविष्य की योजनाओं के बारे में नहीं पता था.
PhD की पढ़ाई कर रहे चन्नी
कांग्रेस (Congress) सूत्रों ने कहा कि वह लंबे समय से पंजाब विश्वविद्यालय से 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस केंद्रीय संगठन और 2004 से चुनावी रणनीति' विषय पर पीएचडी की पढ़ाई कर रहे हैं. चन्नी के छोटे भाई मनोहर सिंह ने द प्रिंट को बताया, "पंजाब में, वह हमेशा राजनीति में व्यस्त रहते थे और उन्हें पढ़ाई के लिए समय नहीं मिलता था. वह इस समय अमेरिका में हैं और उन्होंने अपनी पीएचडी थीसिस की पढ़ाई के लिए विशेष रूप से समय देने का फैसला किया है, जिसे वह जल्द ही पूरा करना चाहते हैं. उनकी अगले महीने भारत लौटने की योजना है."
दो सीटों पर चुनाव हारे थे चन्नी
सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री के रूप में चन्नी की नियुक्ति को गांधी परिवार द्वारा मास्टरस्ट्रोक के रूप में देखा गया, जिससे कांग्रेस को पूरे भारत में दलितों के बीच अपना खोया आधार वापस पाने में मदद मिलेगी. हालांकि, यह दांव विफल हो गया और पार्टी चुनाव हार गई. चन्नी खुद उन दोनों सीटों पर हार गए, जिनसे उन्होंने चुनाव लड़ा था.
आखिरी बार ईद पर दिखाई दिए थे चन्नी
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने द प्रिंट को बताया कि चुनावों में पार्टी की हार के बाद एक महीने तक चली कांग्रेस की पहली कुछ बैठकों में वे शामिल हुए थे. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, 3 मई (ईद) को चन्नी को आखिरी बार पंजाब में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होते देखा गया था. बताया जाता है कि उसके करीब एक हफ्ते बाद वह अपनी पत्नी कमलजीत कौर के साथ भारत से अमेरिका चले गए.
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