Punjab Crisis: पंजाब कांग्रेस में तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पार्टी की ओर से नाराज़ नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की कवायद जारी है. कल राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पार्टी प्रभारी हरीश चौधरी के साथ करीब दो घंटे नवजोत सिंह सिद्धू से बैठक की. आज सीएम चन्नी दिल्ली आ रहे हैं, जहां वह इस बैठक में हुई बातचीत पर पार्टी हाईकमान से चर्चा करेंगे. सूत्रों के मुताबिक चन्नी सरकार नवजोत सिंह सिद्धू के आगे झुक गई है. अब पार्टी सिद्धू का इस्तीफा नामंजूर करने पर विचार कर रही है.


पंजाब के डीजीपी और एडवोकेट जनरल को बदलने का रास्ता साफ


सूत्रों के मुताबिक सिद्धू की मांग पर पंजाब के डीजीपी और एडवोकेट जनरल को बदलने का रास्ता साफ हो गया है. इसलिए सिद्धू का इस्तीफा नामंजूर किया जा सकता है.  3 सदस्यीय कमेटी बड़े मसलों पर हफ्ते में दो बार मिलेगी. सीएम चन्नी, सिद्धू और हरीश चौधरी कमेटी में शामिल होंगे. वहीं अब हरीश रावत की जगह हरीश चौधरी को पंजाब का प्रभारी बनाया जाएगा.


फिलहाल सिद्धू आलाकमान का भरोसा जीतते दिख रहे हैं


आज कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चन्नी और सिद्धू की मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी देगी. पंजाब में पिछले कई महीनों से चल रहे सियासी घमासान में फिलहाल सिद्धू आलाकमान का भरोसा जीतते दिख रहे हैं. लेकिन कैप्टन का अगला रुख कांग्रेस नेतृत्व के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. कैप्टन ने आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. साथ ही सिद्धू को अगले चुनाव में हराने का दावा किया है.


कैप्टन ने साधा सिद्धू पर निशाना


कैप्टन ने एलान कर दिया है कि अगले चुनाव में वो सिद्धू को शिकस्त देने की पूरी तैयारी कर चुके हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि सिद्धू पंजाब के लिए राइट मैन नहीं हैं. सिद्धू जहां से भी लड़ेगा, वहां से मैं उसे जीतने नहीं दूंगा. कैप्टन ने पंजाब सरकार में चल रहे घमासान पर भी निशाना साधा और कहा, ‘’सिद्धू का काम है पार्टी चलाना. चन्नी का काम है सरकार चलाना. सरकार चलाने में कोई दखल नहीं होना चाहिए. अफसर हटाने का काम पार्टी अध्यक्ष का नहीं है, अफसर को मुख्यमंत्री लगाता, हटाता और बदलता है.’’


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