Farmers Protest: पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने पीएम मोदी से पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सीमा पार से बढ़ते आतंकी खतरों के बीच प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है. सीएम ने सर्वदलीय बैठक का नेतृत्व करने का भी प्रस्ताव रखा.

गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर महीने के अंत से नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है. वे दिल्ली की तीन सीमाओं सिंघू, टीकरी और गाज़ीपुर बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. इस आंदोलन में पंजाब और हरियाण के किसान बड़ी संख्या में शामिल हैं. पंजाब के कई हिस्सों में भी किसानों ने प्रदर्शन किया. किसान और केंद्र सरकार के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला. प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर लिखित में कानून बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं.

किसान तेज करेंगे विरोध प्रदर्शन, संसद के बाहर होगा धरना

इस बीच किसानों ने एक बार फिर से आंदोलन को तेज करने की रणनीति तैयार की है. संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है ऐसे में किसान सरकार को संसद के भीतर और बाहर दोनों मोर्चे पर घेरेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर 22 जुलाई से संसद के बाहर प्रस्तावित प्रदर्शन में 22 राज्यों के किसान हिस्सा लेंगे.

40 किसान संघों के संगठन एसकेएम ने कहा कि संसद के मानसून सत्र के दौरान हर दिन लगभग 200 किसान संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करेंगे. नेताओं ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है कि क्या उन्हें संसद के बाहर प्रदर्शन करने की अनुमति मिल गई है? लेकिन उन्होंने कहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा.

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