Vaidyanath Sahkari Sugar Factory: प्रोविडेंट फंड (PF) कार्यालय की ओर से बीजेपी नेता पंकजा मुंडे के स्वामित्व वाली वैद्यनाथ शुगर मिल को नोटिस भेजा गया है. यह नोटिस मिल में काम करने वाले कर्मचारियों के पीएफ के बकाया 61 लाख 47 हजार रुपये का भुगतान न करने पर भेजा गया है.

  


बीते दिनों इसी वैद्यनाथ सहकारी शुगर मिल को 19 करोड़ रुपये की चीनी पर जीएसटी न चुकाने के मामले में नोटिस जारी किया गया था. उसके बाद सेंट्रल जीएसटी कमिश्नरेट ने फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई की और उसकी संपत्ति जब्त कर ली थी.


पानी की कमी के कारण बंद है फैक्ट्री


चीनी फैक्ट्री पानी की कमी और सूखे के कारण पिछले कई महीनों से बंद है. महाराष्ट्र के बीड स्थित इस शुगर मिल की शुरुआत बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे ने की थी. इसका उद्देश्य मराठवाड़ा के गन्ना किसानों को इसका फायदा पहुंचाना था. गोपीनाथ मुंडे के देहांत के बाद पंकजा मुंडे इस चीनी मील की अध्यक्ष बनी. पिछले कुछ सालों में फैक्ट्री पर कई बैंकों से लोन लिए गए थे.


यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को लोन


इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का भी 203 करोड़ 69 लाख रुपये का लोन भी शामिल है. इस मामले में बैंक ने नोटिस जारी कर फैक्ट्री की नीलामी के लिए विज्ञापन भी दिया है. इसे पंकजा मुंडे के लिए राजनीतिक तौर पर बड़ा झटका माना जा रहा है.


धनंजय मुंडे ने की थी मदद की पेशकश


पिछले साल पंकजा मुंडे को जीएसटी नोटिस मिलने पर धनंजय मुंडे ने कहा था, ''मैं पंकजा ताई से बात करूंगा. अगर वह अपनी सहमति दे देती हैं, तो मैं उनकी हर संभव तरीके से मदद करने को तैयार हूं.''


वहीं, पंकजा मुंडे ने चीनी मिल के खिलाफ कार्रवाई पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर सरकार ने वित्तीय सहायता दी होती, तो ऐसी स्थिति नहीं आती.उन्होंने कहा कि कोविड महामारी और सूखे के कारण वित्तीय संकट पैदा हो गया, लेकिन उन्होंने गन्ना किसानों का बकाया चुकाने को प्राथमिकता दी.


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