नई दिल्ली: इंदौर में BJP के विधायक आकाश विजयवर्गीय की छवि आम तौर पर एक विनम्र विधायक की है मगर बुधवार को हुई घटना ने उनकी इस छवि को तोड़ दिया. लोग आकाश विजयवर्गीय की इस हरकत से हैरान हैं. आकाश विजयवर्गीय ने कल जिस तरीक़े से जर्जर भवन को गिराने गए नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट की उससे उनकी हर जगह किरकिरी हो रही है.


वहीं, इंदौर में एक बड़ा तबक़ा ऐसा भी है जो इस बात से हैरान है कि आख़िर आकाश ने ऐसा क्यों किया. आकाश की छवि इंदौर में BJP के क़द्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय के बड़े बेटे के रूप में है. एक ऐसा नेता जो अपना ज़्यादातर वक़्त विधानसभा के लोगों की समस्याएं सुलझाने या फिर धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रहने में बिताता है.


आकाश ने अपनी पढ़ाई-लिखाई इंदौर और कलकत्ता से की है. हालांकि कुछ समय के लिए वह विदेश भी पढ़ने गए मगर उनका मन पढ़ाई में लगा नहीं. वह हमेशा से अपने पिता के समान राजनीति में आना चाहते थे. आकाश पहले अपने पिता की विधानसभा इंदौर नंबर 2 में सक्रिय रहे थे.


उन्होंने कुछ दिन व्यापार में भी हाथ आजमाया मगर बाद में उनको राजनीति रास आई और उन्होंने पिता की राऊ सीट का काम संभाला. इंदौर में आकाश विजयवर्गीय के साथ युवा लोगों की एक बड़ी टीम रहती है. आकाश ने अपना एक संगठन ''देव से महादेव वेलफेयर सोसायटी'' बनाई है. इलाके में उनकी उनकी छवि शिवभक्त के रूप में है.


पिछले चुनाव में उनको इंदौर तीन विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने टिकट दिया था और आकाश ने पांच हजार वोटों से यहां जीत दर्ज की थी. मगर अब यह झगड़ा उनको महंगा पड़ा है. ये बात उनसे जुड़े लोग भी कह रहे हैं क्योंकि बीजेपी ने भी इस मामले से किनारा कर किया है. पार्टी का कोई बड़ा नेता उनके पक्ष में खुलकर नहीं आया.


आकाश के इस झगड़े को इंदौर नगर निगम की राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है. कैलाश विजयवर्गीय के बंगाल में सक्रिय रहने से वो यहां कमजोर पड़ रहे हैं इसलिये उनके बेटे ने ये उग्र तेवर अपनाये हैं. कैलाश ने भी अपनी राजनीति की शुरूआत ऐसे ही उग्र तरीके से की थी. अब उनके बेटे ने ये रास्ता अपना लिया है.


क्या है पूरा मामला


इंदौर शहर में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश ने बुधवार को निगम के दो अधिकारियों को बैट से पीटा. निगम का अमला गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को तोड़ने पहुंचा था. इसी दौरान स्थानीय लोगों ने आकाश को बुला लिया. आकाश के समर्थकों ने भी अधिकारियों को पीटा. आकाश इंदौर-3 सीट से बीजेपी विधायक हैं. पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. इंदौर की कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया. उन्हें 11 जुलाई तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.


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