Principal Luring Message About Girl students: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने छात्राओं के लिए "चालू गर्ल" और "हॉट गर्ल" जैसे आपत्तिजनक मैसेज किए थे. अब आरोपी प्रिंसिपल का तबादला कर दिया गया है. वारदात अहमदनगर जिले के पारनेर में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) से संबद्ध एक कॉलेज की है. प्रिंसिपल को पारनेर के दूसरे कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया है.
यह घटना जून में हुई, जब प्रिंसिपल के नंबर से एक छात्रा के बारे में आपत्तिजनक मैसेजेस कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप पर डाली गई. इस ग्रुप में छात्राएं परीक्षा के लिए अपना नाम और अन्य डिटेल शेयर कर रही थीं. उसी समय प्रिंसिपल के नंबर से आपत्तिजनक शब्दों के साथ मैसेज ग्रुप में भेजे गए थे.
प्रिंसिपल ने ग्रुप में लिखा चालू गर्ल हॉट गर्लआरोप है कि परीक्षा के लिए जब छात्राएं अपना नाम और अन्य डिटेल ग्रुप में डाल रही थीं तब ग्रुप में ही एक छात्रा का नाम लेते हुए प्रिंसिपल ने आपत्तिजनक मैसेज भेजे. इसमें उसने लड़की के लिए "चालू गर्ल" और "हॉट गर्ल" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. प्रिंसिपल के ऐसे मैसेज का स्क्रीनशॉट बड़े पैमाने पर वायरल हो गया था. सितंबर में लोकल मीडिया ने इस पर खबरें भी बनाई थी. पुलिस ने महिला आयोग को नहीं भेजी रिपोर्टमीडिया में खबरें आने के बाद राज्य महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लिया. आयोग ने सितंबर में विश्वविद्यालय के साथ-साथ पारनेर पुलिस स्टेशन को एक पत्र भेजकर मामले पर एक रिपोर्ट भेजने को कहा था. हालांकि पुलिस ने कहा कि छात्रा ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है, इसलिए रिपोर्ट तैयार करने या भेजने का कोई आधार नहीं है.
पारनेर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर संभाजी गायकवाड़ ने कहा, 'लड़की ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. हमसे बार-बार रिपोर्ट मांगी जा रही है लेकिन उन्होंने कोई शिकायत नहीं की है.''
कॉलेज ने क्या कहागायकवाड़ ने यह भी कहा कि कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के प्रमुख ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई. गायकवाड़ ने कहा, “ समिति के प्रमुख ने कहा कि जब इस तरह का मैसेज आया तब मैं भी उस ग्रुप में थी. मैसेज देखने के तुरंत बाद मैं प्रिन्सिपल के दफ्तर में गई, लेकिन प्रिंसिपल बगीचे में थे और उनका फोन उनके ऑफिस में पड़ा हुआ था. किसी अज्ञात शख्स ने उनके फोन का इस्तेमाल कर वे मैसेज भेजे थे. "
सीसीटीवी भी नहीं है उपलब्ध सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के बारे में पूछे जाने पर गायकवाड़ ने कहा कि छह महीने से अधिक समय बीत जाने के कारण सीसीटीवी फुटेज नहीं मिला है. उन्होंने कहा “आम तौर पर, यदि आपको फुटेज मिलता है, तो यह एक सप्ताह या 15 दिनों का होता है, अधिक नहीं. हम अभी भी ग्रुप के अन्य सदस्यों से बात कर रहे हैं.”