नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम एशियाई देश फिलिस्तीन पहुंच गए हैं. ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला आधिकारिक फिलिस्तीन दौरा है. पीएम मोदी के दौरे की अहमियत फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री के बयान से समझी जा सकती है. उन्होंने कहा है कि फिलिस्तीन और इजरायल के बीच विवाद को पीएम मोदी खत्म करवा सकते हैं. फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वर्ल्ड लीडर कहा है.

प्रधानमंत्री आज फिलिस्तीन के रामल्ला में यासर अराफात म्यूजियम भी जाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास समेत वहां के नेतृत्व के साथ आपसी संबंधों के विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे. फिलिस्तीन से देर शाम प्रधानमंत्री यूएई के लिए रवाना होंगे.

क्यों अहम है प्रधानमंत्र मोदी का फिलिस्तीन दौरा? भारत ने फिलीस्तीन को बुनियादी क्षेत्र में विकास के लिए मदद की है. 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी फिलीस्तीन की यात्रा पर गए थे. प्रणब मुखर्जी की यात्रा के बाद से फिलीस्तीन में तीन करोड़ डॉलर की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है.

मोदी की यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, खेल और कृषि के क्षेत्र में बातचीत होगी. भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर लगातार फिलीस्तीन का समर्थन करता रहा है. भारत ने ट्रंप के येरुशलम को इजरायल की राजधानी के एलान के खिलाफ भारत ने UN में वोटिंग की थी.