Gallantry Awards: वीर जवानों को आज यानी सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा उनकी वीरता के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस दौरान कुछ वीरों को मरणोपरांत भी सम्मान मिला. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन में एक विदेशी आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा (विशेष बल) के लांस नायक संदीप सिंह को शौर्य चक्र (मरणोपरांत) प्रदान किया. उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने पुरस्कार ग्रहण किया.
भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट के सिपाही ब्रजेश कुमार को 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान ए ++ श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी श्वेता कुमारी ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से पुरस्कार प्राप्त किया.
वहीं, 55वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह को 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकवादी को मारने और एक अन्य को घायल करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी राधा बाई ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त किया.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक को 2017 में श्रीनगर में गोली लगने के बावजूद एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर को मारने और एक अन्य को गिरफ्तार करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी गुलनाज अख्तर ने दिल्ली में राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया.
जम्मू-कश्मीर के एसपीओ आशिक हुसैन मलिक को 2018 में अनंतनाग में एक ऑपरेशन के दौरान 4 भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों को खत्म करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनके माता-पिता मकबूल मलिक और शहजादो बानो ने पुरस्कार प्राप्त किया.
वहीं, बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो और पाकिस्तान का F-16 फाइटर जेट गिराने वाले ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को भी वीर चक्र से नवाजा गया. इसके अलावा 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सेना के मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया.