नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मंगलवार को 'विद्या वीरता अभियान' की शुरुआत की है. इस अभियान से देश भर के शिक्षा संस्थानों में शौर्य दीवार बनाई जाएंगी. शिक्षा संस्थानों में बनने वाली इन दीवारों पर देश के असली हीरो की तस्वीरें लगाई जाएंगी.

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडेकर ने युवाओं से कहा आप अपना असली हीरो खोजते वक्त उनकी समाज में दिए योगदान पर गौर करें. इस मुहिम के तहत देश भर के शिक्षा संस्थानों से यह अपील की गई है कि वो स्वेक्षा से चंदा ले कर अपने यहां एक ऐसी दीवार बनाएं जिस पर भारतीय सेना के करिश्माई वीरों की तस्वीरें और उनकी वीरता के सच्चे किस्से हों.

'विद्या वीरता अभियान' की शुरुआत के मौके पर रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा, ''पुंछ में भारतीय जवानो के साथ हुई बर्बरता का जवाब दिया जाएगा.'' सुभाष भामरे ने पुंछ हमले पर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा, ''कल की घटना का माक़ूल जवाब दिया जाएगा. जो हमारे सैनिकों के साथ किया गया ऐसा तो वार टाईम में भी नहीँ होता. लेकिन शैतान से कोई उम्मीद भी नहीं रखी जा सकती.''

इस समारोह के मंच पर दो रियल भी हीरो मौजूद रहे. इन दोनों को सेना में अपने योगदान के लिए परमवीर चक्र से सम्मान मिल चुका है. 'परम वीर चक्र विजेता' संजय कुमार ने कहा, "करगिल युद्ध में जब पाकिस्तान ने अपने जवानों की डेड बॉडीज़ लेने से इनकार कर दिया तो हमने दुश्मनों की लाशों को उनके देश के झंडे के साथ इज्ज़त से दफनाया. हमारी ये सोच है कि हर सिपाही अपने देश के लिए लड़ता है. जो मर गया उससे कैसी दुश्मनी." 'परम वीर चक्र विजेता' योगेन्द्र सिंह यादव टाइगर हिल टॉप पे विजय पताका फहराने का कारनामा कर चुके हैं.