Potti Sriramulu University Name Change: तेलंगाना सरकार ने पोट्टि श्रीरामुलु तेलुगु विश्वविद्यालय का नाम बदलकर सुरावरम प्रताप रेड्डी तेलुगु विश्वविद्यालय करने का निर्णय लिया है, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है.

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विधानसभा में इस निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम प्रशासनिक सुव्यवस्था के लिए उठाया गया है, क्योंकि आंध्र प्रदेश में भी इसी नाम का विश्वविद्यालय कार्यरत है. उन्होंने स्पष्ट किया, “यह निर्णय किसी के प्रति असम्मान दर्शाने के लिए नहीं है. पोट्टि श्रीरामुलु के बलिदान को हम सम्मानपूर्वक याद करते हैं.”

चेरलापल्ली रेलवे टर्मिनल का नाम बदलने का भी रखा जाएगा प्रस्ताव

रेवंत रेड्डी ने आगे कहा कि राज्य सरकार चेरलापल्ली रेलवे टर्मिनल का नाम पोट्टि श्रीरामुलु के नाम पर रखने का प्रस्ताव करेगी, ताकि उनके योगदान को उचित सम्मान मिल सके. तेलंगाना में विपक्षी दलों ने इस निर्णय के खिलाफ आवाज उठाई है. बीजेपी और टीआरएस नेताओं ने इसे तेलुगु अस्मिता पर हमला बताया है.

आंध्र प्रदेश में प्रतिमा स्थापना की घोषणा

इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने तेलंगाना सरकार के इस कदम की आलोचना की है. उन्होंने कहा, “पोट्टि श्रीरामुलु ने तेलुगु भाषी लोगों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी. उनका नाम हटाना उनके बलिदान का अपमान है.”

कौन थे पोट्टि श्रीरामुलु?

आंध्र प्रदेश सरकार ने इस संदर्भ में अमरावती में पोट्टि श्रीरामुलु की एक भव्य प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की है, ताकि उनकी विरासत को सम्मानित किया जा सके. पोट्टि श्रीरामुलु एक स्वतंत्रता सेनानी थे और उनके 1952 में 56 दिन के आमरण अनशन के बाद मद्रास प्रेसिडेंशियल से अलग कर तेलुगू भाषी लोगों के लिए अलग आंध्र प्रदेश राज्य का गठन किया गया था.

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