नई दिल्ली: नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी के खिलाफ पीओके में भारी प्रदर्शन की खबर है. भारतीय सीमा से सटे मुजफ्फराबाद के स्थानीय लोगों ने गोलीबारी में हुए जानमाल के नुकसान को लेकर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी करता रहा है. रविवार को ही पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में पुंछ जिले में 5 नागरिकों की मौत हो गई थी. पाकिस्तान की हरकत के खिलाफ भारत की कार्रवाई में स्थानीय लोगों को नुकसान उठाना पड़ता है.

यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के चेयरमैन शौकत अली ने कहा, ''मुजफ्फराबाद के लोगों के साथ भेदभाव हो रहा है. जब किसी पाकिस्तानी की गोलीबारी में मौत होती है तो 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है. जबकि इस क्षेत्र के लोगों को मात्र तीन लाख रुपये का मुआवजा देने का वादा किया जाता है. सीमा पर गोलीबारी से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए भी सरकार कदम नहीं उठाती है.''

सामाजिक संगठनों का कहना है कि पाकिस्तानी सरकार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है. पाकिस्तानी सेना पीओके के इंफ्रास्ट्रक्चर को नियंत्रण में ले चुकी है. आम लोगों के जमीन पर कब्जा कर चुकी है. जो उसके दायरे से बाहर है.

यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के नेता जामिल मकसूद ने कहा, ''16,00 स्कूल, अस्पताल और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं. इसपर आर्मी ने कब्जा कर लिया है. अनुरोध के बावजूद सेना आम नागरिकों को नहीं दे रही है.''