नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार को आज बेहद खास तोहफा दिया है. पीएम मोदी के इस तोहफे के साथ ही अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में आज से इंटरनेट के नये युग की शुरुआत हो गई. प्रधानमंत्री मोदी ने हाईस्पीड इंटरनेट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया. इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 20 महीने पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ही किया था. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए योजना की शुरुआत की.


अवसरों से भरी इस कनेक्टिविटी के लिए बहुत-बहुत बधाई- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''करीब डेढ़ वर्ष पहले मुझे Submarine Optical Fibre Cable Connectivity परियोजना के शुभारंभ का अवसर मिला था. मुझे खुशी है कि अब इसका काम पूरा हुआ है और आज इसके लोकार्पण का भी सौभाग्य मुझे मिला है.'' उन्होंने कहा कि मैं अंडमान-निकोबार के लोगों को अनंत अवसरों से भरी इस कनेक्टिविटी के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जितना बड़ा ये प्रोजेक्ट था, उतनी ही विराट चुनौतियां थीं. ये भी एक वजह थी कि बरसों से इस सुविधा की जरूरत महसूस होते हुए भी इस पर काम नहीं हो पाया था. लेकिन मुझे खुशी है कि सारी रुकावटों को किनारे करके, इस काम को पूरा किया गया. एक बेहद समर्पित टीम के द्वारा, टीम भावना से आज एक पुराना सपना साकार हुआ है.''


प्रधानमंत्री मोदी हाई स्पीड इंटरनेट प्रोजेक्ट के फायदे भी बताए. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई हो, टूरिज्म से कमाई हो, बैंकिंग हो, शॉपिंग हो या Tele-medicine दवाई हो, अब अंडमान निकोबार के हज़ारों परिवारों को भी ये ऑनलाइन मिल पाएंगी. आज अंडमान को जो सुविधा मिली है, उसका बहुत बड़ा लाभ वहां जाने वाले टूरिस्टों को भी मिलेगा. बेहतर नेट कनेक्टिविटी आज किसी भी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की सबसे पहली प्राथमिकता हो गई है


इस योजना के उद्घाटन के पहले प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज का दिन अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के मेरे भाई बहनों के लिए बेहद खास है. आज सुबह 10.30 बजे चेन्नई से पोर्टब्लेयर को जोड़ने वाली सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल की शुरुआत होगी.''


क्यों खास है सबमरीन केबल कनेक्टिविटी?
इस योजना के उद्घाटन के अब अंडमान-निकोबार के लोगों को तूफानी रफ़्तार से इंटरनेट मिलेगा. पिछले कुछ वर्षों के दौरान सामरिक सुरक्षा के लिहाज़ से जिस तरह अंडमान-निकोबार की अहमियत बढ़ी है. समंदर में चीन को रोकने के लिए जिस तरह अंडमान-निकोबार एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है.


इस परियोजना की आधारशिला पीएम मोदी ने 30 दिसंबर 2018 को पोर्ट ब्लेयर में रखी थी. 1224 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 2300 किलोमीटर लंबी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है. इससे भारत के दूसरे हिस्सों की तरह अंडमान-निकोबार को भी तेज और भरोसेमंद मोबाइल और लैंडलाइन टेलीकॉम सेवा मिल पाएगी.


एक दिन पहले अंडमान के बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए थे पीएम
हाई स्पीड ब्रॉडबैंड की शुरुआत से एक दिन पहले पीएम मोदी ने अंडमान के बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की. इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अंडमान-निकोबार द्वीप समूह ने भारत की आज़ादी के आंदोलन को ताक़त दी, आत्मनिर्भर भारत के लिए नये भारत की रक्षा, सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी अंडमान-निकोबार की व्यापक भूमिका है.''


प्रधानमंत्री ने इस अहमियत बताते हुए कहा, ''मुझे विश्वास है कि कोरोना के समय में मिल रही इस सुविधा से अंडमान-निकोबार द्वीप में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बैंकिंग और दूसरी सेवाओं में ऑनलाइन सुविधा का ज़्यादा-से-ज़्यादा लाभ मिलना संभव हो पाएगा.''