PM Narendra Modi Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार (29 जनवरी) को स्टूडेंट्स के साथ परीक्षा पे चर्चा (Pariksha Pe Charcha) की. इस दौरान उन्होंने पढ़ाई के लिए न सिर्फ छात्रों को बल्कि अपने एक खास मैसेज के जरिये टीचरों को भी प्रेरित किया. उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि एक टीचर को कैसा होना चाहिए.


प्रधानमंत्री ने कहा कि टीचर का छात्र से रिश्ता केवल जॉब करने वाला नहीं होना चाहिए. पीएम मोदी ने टीचर और छात्रों के बीच आपसी रिश्तों को मजबूत करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अगर सालभर टीचर अपने स्टूडेंट्स के साथ इस तरह का रिश्ता रखेंगे तो छात्र परीक्षा के दौरान तनाव में नहीं रहेंगे.


बच्चों को बताया एक किस्सा


इस खास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीचर और स्टूडेंट्स के बीच अच्छे रिश्ते का एक पैमाना भी बताया. उन्होंने कहा कि मैं कभी-कभी टीचरों से पूछता हूं कि भाई आप 30 साल से टीचर हैं. जो स्टूडेंट्स पहली बार यहां से पढ़ कर गए होंगे वे बड़े हो गए होंगे और उनकी शादी भी हो गई होगी. क्या आपका कोई छात्र अपनी शादी का कार्ड देना आया था? 99 फीसदी टीचर मुझे कहते हैं कि नहीं, कोई छात्र नहीं आया. मतलब हम केवल जॉब करते थे, हम जिंदगी नहीं बदलते थे. टीचर का काम जॉब बदलना या जॉब करना नहीं है, बल्कि जिंदगी को संवारना है. छात्रों को सामर्थ्य देना है और वही परिवर्तन लाता है.


पीएम ने बताया, ऐसा होना चाहिए रिश्ता


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किस्से को सुनाते हुए बताया कि एक टीचर और छात्र के बीच कैसा रिश्ता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब बच्चा सफल हो तो टीचरों को घर जाकर बधाई देनी चाहिए. ऐसा करने से उस छात्र के मां-बाप को भी ताकत मिलती है. वहीं, छात्रों को भी टीचर की हर बात पर ध्यान देने की जरूरत होती है.


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