छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना के रजत जंयती (25 साल) वर्ष का उत्सव मना रहा है और इसी मौके पर राज्य शनिवार (1 नवंबर, 2025) को एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बनेगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नया रायपुर में छत्तीसगढ़ के नवनिर्मित विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे. राज्य के गठन होने के 25 साल पूरे होने को लेकर भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इस भव्य समारोह में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे.
भारत के 26वें राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवंबर, 2000 को हुआ था और इसका पहला विधानसभा सत्र 14 दिसंबर, 2000 को आयोजित हुआ था. क्योंकि उस समय स्थायी विधानसभा भवन उपलब्ध नहीं था, इस कारण से तत्कालीन विधानसभा सत्र राजधानी रायपुर स्थित राजकुमार कॉलेज में एक अस्थायी टेंट में संपन्न हुआ था.
52 एकड़ में फैला है राज्य के नया विधानसभा भवन
हालांकि, राज्य गठन के 25 साल पूरे होने के मौके पर छत्तीसगढ़ को अपना नवनिर्मित विधानसभा परिसर मिल जाएगा, जो नाया रायपुर के सेक्टर-19 में 52 एकड़ में फैला हुआ है. इस परिसर को 324 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इस विधानसभा भवन को भारत की सबसे तकनीकी रूप से विकसित विधानसभाओं में से एक माना जा रहा है, जहां एक अत्याधुनिक भवन पारंपरिक छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति और आधुनिक वास्तुकला का अनूठा संगम है.
मुख्य तीन भागों में बंटा है छत्तीसगढ़ का नवनिर्मित विधानसभा भवन
छत्तीसगढ़ का नवनिर्मित विधानसभा भवन मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है. इसमें विधानसभा सदन, विधानसभा सचिवालय और सेंट्रल हॉल शामिल है. इस भवन को सौर ऊर्जा पैनल और रेनवाटर हार्वेस्टिंग जैसी इको-फ्रेंडली व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा, विधानसभा परिसर में करीब 700 वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे विधानसभा सत्रों और सार्वजनिक आयोजनों के दौरान सुचारू रूप से प्रबंधन को सुनिश्चित किया जा सके.
विधानसभा परिसर में स्थापित की गई अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा
इस नवनिर्मित और भव्य विधानसभा भवन के परिसर में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित की गई है. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में ही छत्तीसगढ़ का गठन हुआ था. विधानसभा भवन परिसर में वाजपेयी की प्रतिमा स्थापना भारत के हृदय प्रदेश (छत्तीसगढ़) को सशक्त बनाने के उनके नजरिए को प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि देती है.
विधानसभा भवन में 120 सदस्यों के अनुरूप किया गया डिजाइन
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में वर्तमान में कुल 90 विधायक हैं, लेकिन नवनिर्मित विधानसभा भवन को भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए 120 सदस्यों की क्षमता के अनुरूप डिजाइन किया गया है.