नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को असम के दौरे पर जाएंगे और बोडो बहुल कोकराझार नगर में एक रैली को संबोधित करेंगे. दिसंबर और जनवरी के महीने में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद पीएम मोदी का यह पहला पूर्वोत्तर दौरा होगा.

कई बोडो उग्रवादी समूहों और एक छात्र इकाई के साथ केंद्र सरकार द्वारा शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के एक सप्ताह बाद मोदी का यह दौरा हो रहा है. बोडो समझौते के बाद नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के तीन गुटों एनडीएफबी (प्रोग्रेसिव), एनडीएफबी (रंजन दायमरी) और एनडीएफबी (सोंगबिजीत) के कुल 1,615 कैडर्स ने एक साथ 30 जनवरी को आत्मसमर्पण किया था.

पीएम मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच गुवाहाटी में दिसंबर में होने वाला शिखर सम्मेलन सीएए विरोधी प्रदर्शनों के चलते नहीं हो पाया था. इसके बाद जनवरी के शुरुआती सप्ताह में कांग्रेस ने दावा किया था कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से पीएम मोदी को असम का दौरा रद्द करना पड़ा. पीएम मोदी को खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण के उद्घाटन के लिए 10 जनवरी को आमंत्रित किया गया था लेकिन पीएम मोदी शामिल नहीं हुए थे.

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