प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को कहा कि जहां पूर्व की सरकारें मजबूरी में सुधार करती थीं, वहीं उनकी सरकार इसे पूरी दृढ़ता के साथ करती है और हर जोखिम को सुधार में बदल दिया है. पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत अब आतंकवादी हमलों के बाद चुप नहीं रहता, बल्कि सर्जिकल और हवाई हमलों के जरिये जवाब देता है.

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उन्होंने कहा, ‘पूर्व की सरकारें मजबूरी में सुधार करती थीं, अब हम उन्हें दृढ़ विश्वास के साथ करते हैं. अनजान दौर दुनिया के लिए अनिश्चित हो सकता है, लेकिन भारत के लिए यह अवसर है, क्योंकि भारत हमेशा जोखिमों को सुधारों में बदलता रहा है. हमने हर सुधार को दृढ़ता में और हर दृढ़ता को क्रांति में बदल दिया है.'

'भारत अब ना रुकेगा और ना थमेगा'

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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत अब आतंकवादी हमलों के बाद चुप नहीं रहता, बल्कि हवाई हमलों, सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मुंहतोड़ जवाब देता है. जब युद्ध विश्व स्तर पर सुर्खियां बन गए, तब भारत ने सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ते हुए आलोचकों को गलत साबित कर दिया.’

उन्होंने कहा कि भारत रुकने के मूड में नहीं है. आज जब दुनिया में भांति-भांति के ‘रोड ब्लॉक’ हैं, ‘स्पीड ब्रेकर’ हैं, तब ‘अनस्टॉपेबल’ भारत की चर्चा बहुत स्वाभाविक है. हम न रुकेंगे और न ही थमेंगे. एक सौ चालीस करोड़ भारतीय पूरी गति के साथ एक साथ आगे बढ़ेंगे.’

दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में भारत शामिल

PM मोदी ने कहा, ‘आज भारत कमजोर पांच अर्थव्यवस्थाओं (फ्रेजाइल फाइव) से निकलकर दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है. चिप से लेकर शिप तक, भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और आत्मविश्वास से भरा हुआ है.’

कांग्रेस शासन के दौरान बैंकों के राष्ट्रीयकरण से बैंकों के लिए गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों का पहाड़ बनने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि वित्तीय और अन्य संस्थानों का लोकतंत्रीकरण ‘अनस्टॉपेबल’ भारत के पीछे प्रमुख ताकत है.

'भारत ने सबको गलत साबित किया'

उन्होंने कहा, ‘लोग भारत की सबसे बड़ी ताकत हैं और जब सरकार का कोई दबाव या हस्तक्षेप नहीं होता तो वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.’ मोदी ने कहा, ‘भारत ने डिजिटल वित्तीय बुनियादी ढांचे के मामले में सबको गलत साबित कर दिया है. दुनिया भारत को भरोसेमंद, जिम्मेदार, मजबूत सहयोगी और अवसरों की धरती के तौर पर देखती है.’

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