पीएम मोदी ने मुंबई मेट्रो लाइन-3 के अंतिम चरण उद्घाटन किया, जिससे मायानगरी में सफर अब पहले से कहीं ज्यादा आसान, तेज और सुविधाजनक हो जाएगा. यह फेज अत्रे चौक से कफ परेड (Cuffe Parade) तक फैला है और 12,200 करोड़ रुपये की लागत से बना है. पूरी मेट्रो लाइन-3 (Aqua Line), जिसकी कुल लागत 37,270 करोड़ रुपया है.
मुंबई के बुनियादी ढांचे में सुधार: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मुंबई मेट्रो लाइन-3 के फेज-2B मुंबई के बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण सुधार है. किसी भी शहर के विकास के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी जरूरी है. इस परियोजना का मुंबई के लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा." यह मुंबई की पहली और पूरी तरह से अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन है, जो 33.5 किलोमीटर लंबी है और इसमें 27 स्टेशन शामिल हैं. हर दिन लगभग 13 लाख लोग इस मेट्रो से यात्रा करेंगे.
मोदी ने मुंबई वन ऐप को भी शुरू किया, जो यात्रियों को कई सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटर के लिए एकीकृत मोबाइल टिकटिंग सहित कई लाभ प्रदान करता है. उन्होंने महाराष्ट्र में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग की अल्पकालिक रोजगार दक्षता कार्यक्रम (स्टेप) पहल का भी उद्घाटन किया.
यह कार्यक्रम 400 सरकारी आईटीआई और 150 सरकारी तकनीकी हाई स्कूलों में शुरू किया जा रहा है, जो रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए उद्योग की आवश्यकताओं के साथ कौशल विकास को ढालने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
लोगों का समय बचेगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मराठी में अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि मुंबई का लंबा इंतजार खत्म हुआ. उन्होंने कहा, "मुंबई को दूसरा बड़ा एयरपोर्ट और अंडरग्राउंड मेट्रो मिला. इससे सफर आसान होगा और लोगों का समय बचेगा."
लोगों के लिए सफर होगा आसान
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) के तहत 2017 में इस परियोजना पर काम शुरू हुआ. इसके तहत भारत में पहली बार एक साथ 17 टनल बोरिंग मशीनें (टीबीएम) तैनात की गईं. एक्वा लाइन सीएसएमटी पर मध्य रेलवे और मुंबई सेंट्रल और चर्चगेट पर पश्चिमी रेलवे से जुड़ेगी, जिससे इंटरमॉडल यात्रा में सुधार होगा.
यह लाइन नरीमन प्वाइंट, फोर्ट, कालबादेवी, आरबीआई, बीएसई और मंत्रालय तक पहुंच को बेहतर बनाती है, जिससे शहर के मुख्य बिजनेस और प्रशासनिक क्षेत्रों में काम करने वाले पेशेवरों के लिए यात्रा आसान हो जाती है.
कितना होगा किराया?
यह लाइन दक्षिण मुंबई से छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक सीधी मेट्रो पहुंच प्रदान करेगी, जो हवाई यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत होगी. 3 किमी तक की यात्रा करने वाले यात्रियों को 10 रुपया किराया देना होगा. 3 किमी से 12 किमी के बीच की दूरी तय करने वालों को 20 रुपया किराया देना होगा.
12 किमी से 18 किमी के बीच यात्रा करने वालों को 30 रुपया, 18 से 24 किमी की यात्रा करने वालों को 40 रुपया, 24 किमी से 30 किमी के लिए 50 रुपया और 30 किमी से 36 किमी के लिए 60 रुपया का किराया निर्धारित किया गया है.