प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (01 नवंबर, 2025) को कहा कि भारत नक्सलवादी और माओवादी आतंक को खत्म करने की ओर अग्रसर है और आतंकवाद के विनाश की प्रतिज्ञा करके आतंकियों की कमर तोड़ रहा है. मोदी ने नवा रायपुर, अटल नगर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही.

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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत आतंकवाद के विनाश की प्रतिज्ञा करके आतंकियों की कमर तोड़ रहा है. भारत आज नक्सलवाद, माओवादी आतंक को भी समाज से खत्म करने की दिशा में बढ़ रहा है. भारत अभूतपूर्व विजय के गर्व से भरा हुआ है और गर्व की यही भावना छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए परिसर में चारों तरफ दिख रही है.’

विचार में जनसेवा की भावना

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उन्होंने कहा कि विधानसभा केवल कानून बनाने का स्थान नहीं, बल्कि राज्य के भाग्य निर्धारण का केंद्र है. मोदी ने कहा कि सभी को सुनिश्चित करना होगा कि यहां से निकलने वाले हर विचार में जनसेवा की भावना हो, विकास का संकल्प हो और भारत को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने का विश्वास हो.

उन्होंने कहा, ‘नयी विधानसभा भवन के उद्घाटन का असली महत्व हमारे इस सामूहिक संकल्प में है कि हम अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएं और लोकतंत्र की भावना को बनाए रखें. हम सबको यह याद रखना है कि यह विधानसभा केवल कानून बनाने का स्थान नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के भाग्य निर्माण का प्रखर केंद्र है, जीवंत इकाई है.'

'विचार में जनसेवा की भावना पर अग्रसर'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सबको सुनिश्चित करना होगा कि यहां से निकलने वाले हर विचार में जनसेवा की भावना हो, विकास का संकल्प हो और भारत को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने का विश्वास हो, यही हमारी कामना है.’

उन्होंने कहा, ‘हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है, एक ऐसे छत्तीसगढ़ की नींव रखनी है जो विरासत से जुड़कर विकास के पथ पर आगे बढ़ सके. नागरिक देवो भव: हमारे सुशासन का मंत्र है, इसलिए विधानसभा के हर निर्णय में जनता के हित को ध्यान में रखकर काम करना होगा.’

आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद से भारत आजाद

मोदी ने कहा कि कानून ऐसे बनाए जाएं जो सुधारों को गति दें जिससे लोगों का जीवन आसान हो. प्रधानमंत्री ने इस दौरान आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद से निपटने में भारत की सफलता पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, ‘पिछले 25 सालों में छत्तीसगढ़ ने जो परिवर्तन देखा है वह अद्भुत और प्रेरणादायी है. कभी यह राज्य नक्सलवाद और पिछड़ेपन से पहचाना जाता था, आज वही राज्य समृद्धि, सुरक्षा और स्थायित्व का प्रतीक बन गया है. विकास की लहर और मुस्कान नक्सल प्रभावित इलाकों तक पहुंच गई है.’

25 सालों में छत्तीसगढ़ का विकास

प्रधानमंत्री ने इस बदलाव का श्रेय छत्तीसगढ़ के लोगों की कड़ी मेहनत और भाजपा सरकारों को दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र की यात्रा नई ऊर्जा के साथ प्रारंभ हुई और आज 25 वर्षों के बाद वही ऊर्जा एक आधुनिक डिजिटल और आत्मनिर्भर विधानसभा के भवन का उद्घाटन कर रही है.'

उन्होंने कहा, 'यह भवन लोकतंत्र का तीर्थस्थल है, इसका हर स्तंभ पारदर्शिता का प्रतीक है. इसका हर गलियारा जवाबदेही की याद दिलाता है और इसका हर कक्ष जनता की आवाज का प्रतिबिंब है. यहां लिए गए निर्णय दशकों तक छत्तीसगढ़ के भाग्य को दिशा देंगे और यहां कहा गया एक-एक शब्द छत्तीसगढ़ के अतीत, इसके वर्तमान और इसके भविष्य का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे.’

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस बड़े लक्ष्य की शुरुआत

उन्होंने कहा कि आज पूरा देश विरासत और विकास को साथ लेकर चल रहा है और यह भावना सरकार की हर नीति, हर निर्णय में भी दिखती है. मोदी ने कहा, ‘पवित्र सेंगोल (राजदंड) संसद को प्रेरणा देता है और नयी संसद की गैलरी दुनिया को भारत के लोकतंत्र की विरासत से जोड़ती है. संसद भवन परिसर में लगी प्रतिमाएं पूरे विश्व को बताती हैं कि भारत में लोकतंत्र की जड़ कितनी गहरी है.’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस समारोह एक बड़े लक्ष्य की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि 2047 में भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने पर छत्तीसगढ़ एक विकसित भारत के दृष्टिकोण को हासिल करने में अहम भूमिका निभाएगा. इससे पहले मोदी ने नए विधानसभा भवन के परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया.

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