प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल से आए अपने खास मेहमान प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा शैली में बनी एक खास पेंटिंग भेंट की. श्रावण नामक इस पेंटिंग में राधा कृष्ण के प्रेम माधुरी का चित्रण है. साथ ही श्रावण मास में गिरी मानसून की घटाओं को भी चित्रित किया गया है.


कूटनीति में तोहफों की भी अलग अहमियत होती है. यही वजह है कि पर्वतों के पड़ोसी नेपाल के प्रधानमंत्री को पहाड़ी मिनिएचर पेंटिंग देने का विचार हुआ. प्रधानमंत्री देउबा के दौरे में भारत और नेपाल के बीच जल संसाधनों और हिमालयी मुल्क के साथ सड़क, रेल कनेक्टिविटी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर भी सहमति बनी. 


वहीं दूसरी ओर नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीमा मुद्दे को हल करने के लिए एक द्विपक्षीय तंत्र स्थापित करने का आग्रह किया. वहीं, भारत ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच सामान्य समझ है कि इसे एक जिम्मेदार तरीके से हल करना है और इसके ‘‘राजनीतिकरण’’ से बचा जाना चाहिए.




देउबा ने मोदी की मौजूदगी में मीडिया को दिए बयान में कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत में सीमा मुद्दे पर चर्चा हुई और उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय तंत्र की स्थापना के माध्यम से इसे हल करने का आग्रह किया. कुछ घंटे बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि सामान्य समझ यह थी कि मुद्दे का समाधान बातचीत के माध्यम से जिम्मेदार तरीके से करने की जरूरत है और इसके ‘‘राजनीतिकरण’’ से बचना चाहिये.


जुलाई 2021 में पांचवीं बार नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद देउबा विदेश की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर शुक्रवार को नयी दिल्ली पहुंचे. बातचीत के बाद देउबा ने कहा, ‘‘हमने सीमा मुद्दों पर चर्चा की और मैंने मोदी जी से द्विपक्षीय तंत्र की स्थापना के माध्यम से इसे हल करने का आग्रह किया.’’ वहीं, मोदी ने कहा कि इस बात पर चर्चा हुई कि भारत और नेपाल के बीच खुली सीमाओं का अवांछित तत्वों द्वारा दुरुपयोग नहीं किया जाए


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