PM Modi Cabinet Expansion: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया है. कैबिनेट में 36 नए मंत्रियों को शामिल किया गया है और अनुराग ठाकुर, जी किशन रेड्डी और हरदीप पुरी समेत सात मंत्रियों को प्रमोट किया गया है. यानि आज कुल 43 मंत्रियों ने राष्ट्रपति भवन में शपथ ली. इनमें 15 कैबिनेट मंत्री होंगे और 28 राज्यमंत्री. आज सात महिला नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.


हालांकि इससे ठीक पहले कुल 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. इसमें आईटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, सूचना प्रसारण व पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जैसे चौंकाने वाले नाम भी शामिल हैं. 


रविशंकर, हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देवश्री चौधरी,  पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, रतनलाल कटारिया, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रताप सारंगी ने इस्तीफा दे दिया. वहीं थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. 


सभी का इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार लिया है. जिन लोगों ने इस्तीफा का स्वीकार किया गया है, उनमें छह कैबिनेट मंत्री, एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और पांच राज्य मंत्री शामिल है.




प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यकाल में पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है. मौजूदा मंत्रिपरिषद में कुल 53 मंत्री थे और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्यों की अधिकतम संख्या 81 हो सकती है. 


इन्हें मिला कैबिनेट मंत्री का पद
कैबिनेट मंत्री के रूप में महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य राम चंद्र प्रसाद सिंह, ओड़िशा से बीजेपी के राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शपथ ली. 


इन्हें मिला प्रमोशन
इनके अलावा किरेन रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख भाई मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. इन चारों नेताओं को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. रिजिजू इससे पहले युवक कार्यक्रम और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे और सिंह पहले विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे जबकि पुरी आवासन तथा शहरी विकास और नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे. मांडविया के पास बंदरगाह, पोत और जलमार्ग परिवहन मंत्रालय के राज्य मंत्री का (स्वतंत्र प्रभार) था. बीजेपी महासचिव व राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य भूपेंद्र यादव ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.


जिन राज्य मंत्रियों को पदोन्नत कर सीधे कैबिनेट मंत्री बनाया गया उनमें पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हैं. रूपाला इससे पहले कृषि राज्यमंत्री थे जबकि रेड्डी गृह राज्यमंत्री और ठाकुर वित्त राज्यमंत्री थे.


राज्यमंत्री
राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज से बीजेपी के सांसद पंकज चौधरी, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, आगरा के सांसद एस पी सिंह बघेल, कर्नाटक से बीजेपी के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर, कर्नाटक के ही उडुपी चिकमंगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, उत्तर प्रदेश के जालौन से पांचवीं बार के सांसद भानु प्रताप सिंह वर्मा, गुजरात के सूरत की सांसद दर्शना जरदोश, नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, झारखंड के कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी, कर्नाटक के चित्रदुर्ग के सांसद ए नारायणस्वामी, उत्तर प्रदेश के मोहनलाल गंज से सांसद कौशल किशोर, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, उत्तर प्रदेश के ही खीरी से सांसद अजय मिश्रा, उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य बी एल वर्मा, गुजरात के खेड़ा से सांसद चौहान देबू सिंह, कर्नाटक के बीदर से सांसद भगवंत खूबा, महाराष्ट्र के भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, पश्चिम त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक, पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से सांसद सुभाष सरकार, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य भागवत कराड, मणिपुर के सांसद राजकुमार रंजन सिंह, महाराष्ट्र के ही दिन्डोरी से सांसद भारती पवार, ओडिशा के मयूरभंज से सांसद विश्वेश्वर टुडु, पश्‍चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर, गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद मुंजापरा महेंद्र भाई, पश्चिम बंगाल के अलीद्वारपुर से सांसद जॉन बरला, तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष एल मुरुगन और पश्चिम बंगाल के कूचविहार से सांसद निषिथ प्रमाणिक शामिल हैं. इनमें से मुरुगन और सोनोवाल ऐसे नेता है जो संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं.