India-Bangladesh Ties: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मुलाकात कर सकते हैं. इस साल अप्रैल में बैंकॉक में आयोजित होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान यह मुलाकात हो सकती है. अगस्त 2024 में बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद से मोहम्मद यूनुस वहां मुख्य सलाहकार की भूमिका में हैं लेकिन अब तक उनकी पीएम मोदी से कोई बातचीत नहीं हुई है. अब जब इन दोनों प्रमुख नेताओं के बातचीत के आसार बन रहे हैं तो दोनों देशों के बीच तनाव कम होने की भी उम्मीद की जा रही है.

दरअसल, दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में हैं. भारत सरकार लगातार बांग्लादेश में यूनुस के नेतृत्व वाले प्रशासन पर अल्पसंख्यकों को सताने का आरोप लगा रही है, जबकि बांग्लादेश इस बात से खफा है कि भारत ने शेख हसीना को पनाह देकर रखी है. 

सात देशों का समूह है BIMSTECBIMSTEC में बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं. यह समूह बंगाल की खाड़ी से सटे इन देशों के बीच तकनीकी, आर्थिक समेत कई क्षेत्रों में सहयोग की पहल है. पीएम मोदी ने आखिरी बार साल 2018 में नेपाल के काठमांडू में आयोजित BIMSTEC शिखर सम्मेलन में भाग लिया था. पिछला BIMSTEC शिखर सम्मेलन 2022 में श्रीलंका द्वारा वर्चुअली आयोजित किया गया था.

तनाव कम करने की कोशिशें जारीबांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में हुए तख्तापलट के बाद से ही अशांति फैली हुई है. अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के साथ ही वहां शेख हसीना की पार्टी 'आवामी लीग' के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी खूब हमले हुए हैं. इस मामले में भारत और बांग्लादेश के बीच अगस्त से ही कुछ उच्च-स्तरीय बातचीत जारी है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन से दो बार मुलाकात कर चुके हैं. जयशंकर के अलावा विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी दिसंबर 2024 में ढाका गए थे. मिस्री ने यात्रा के दौरान यूनुस से भी मुलाकात की थी.

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