वाराणसी में मोदी ने कहा- 'सपा, बसपा और कांग्रेस का मंत्र, कुछ का साथ, कुछ का विकास'

वाराणसी: यूपी चुनाव के आखिरी चरण की जंग जीतने के लिए पीएम मोदी ने वाराणसी में पांच किलोमीटर के लंबे मेगा रोड शो के बाद काशी विद्यापीठ में विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश, मायावती और कांग्रेस पर बड़ा हमला किया. मोदी ने यहां भी विकास के मामले में इन तीनों पार्टियों पर भेदभाव का आरोप लगया.
पीएम मोदी ने कहा कि उनका मंत्र है 'सबका साथ, सबका विकास', लेकिन सपा-बसपा और कांग्रेस वालों का नारा है कि 'कुछ का साथ, कुछ का विकास'. मोदी ने कहा कि यूपी में सही सरकार नहीं है. अगर रुकावटें दूर हो जाए तो दुनिया जैसा चाहती है वैसा वाराणसी का विकास होगा.
मोदी ने काशी विद्यापीठ की रैली में नोटबंदी, पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक, वन रैंक वन पेंशन और भ्रष्टाचार जैसे अहम मुद्दों पर जमकर विपक्षी को कोसा.
सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला किया और कहा, "हमारी सेना ने रात में दुश्मन के ठिकानों पर हमला किया. उन्हें तबाह कर दिया, लेकिन भारत में ये लोग सबूत मांग रहे थे. इन्हें इस बात का अफसोस था कि भारतीय जवान क्यों नहीं मरे."
इस रैली में मोदी ने नोटंबदी के मुद्दे पर भी जनता से वोट मांगा. उन्होंने कहा कि जिन्होंने 70 सालों से देश को लूटा है उन्हें अब हिसाब देना ही पड़ेगा. इस नोटबंदी ने उन्हें घबरा दिया तभी तो मायावती और मुलायम इस मुद्दे पर एक साथ हो गए.
वाराणसी का विकास
मोदी ने कहा कि वाराणसी में हर जगह बिजली के तार लटके हुए हैं. हमने वादा किया था कि यहां कैबल बिछवाएंगे, अब तक 100 किलोमीटर तक कैबल बिछ गए हैं, लेकिन यहां की सरकार खुदी सड़कों को सही नहीं करवा रहे, क्योंकि उन्हें लगता है कि क्रेडिट कहीं मोदी नहीं ले जाए.
इस रैली में पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार को अहम मुद्दा करार दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा अखिलेश और राहुल ‘नाजुक’ लोग हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का माखौल उड़ाते हुए कहा कि वे ‘नाजुक’ लोग हैं जो कड़े निर्णय नहीं कर सकते. मोदी ने खुद को जमीनी नेता बताया जो राज्य का विकास कर सकता है.
अपने संसदीय क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सपा और बसपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. हाल के चुनावों में हुई हार के लिए कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि एक दिन इस बात को लेकर शोध होगा कि कभी यह पार्टी भी होती थी क्योंकि ‘यह सभी जगहों से विलुप्त होती जा रही है.’ मोदी ने कहा कि अखिलेश को राजनीतिक विरासत उनके पिता मुलायम सिंह यादव से मिली वहीं राहुल को यह ‘उनके पूर्वजों’ से हासिल हुई. उन्होंने इसे दोनों नेताओं के लिए घेलुआ (मुफ्त में मिलना) बताया.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘वे ऐसे नाजुक लोग हैं जो कड़े निर्णय नहीं कर सकते. वे सोचते हैं कि अगर जो कुछ उन्हें मिला है, उसे खो भी दिया तो क्या?
मुझे विरासत में कुछ भी नहीं मिला है.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे जो भी मिला है वह काशी के लोगों के आशीर्वाद से. मैं देश को समस्याओं से मुक्त करने के लिए कड़े निर्णय कर सकता हूं. मुझमें ऐसा करने का साहस है.’ उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी का सपा, बसपा और कांग्रेस ने एक सुर में विरोध किया जबकि पूरे देश ने इसका समर्थन किया. मोदी ने कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो वह राज्य का विकास करेंगे खासकर पूर्वी हिस्से का जहां आठ मार्च को चुनाव होना है.
छोटे व्यवसायियों को रिझाते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की लड़ाई से उन लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि नेताओं और ‘बाबुओं’ ने इतने वर्षों में देश को लूटा है.
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Source: IOCL





















