राजधानी दिल्ली लगातार कई महीनों से कोरोना वायरस का दंश झेल रही है. ऐसे में जहां दिल्लीवासियों ने कई दिनों तक इलाज के लिए बेड और ऑक्सीजन की कमी को झेला. वहीं अब वैक्सीन की कमी उनके लिए नई मुसीबत बन गई है. आलम तो ये है कि 18 से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन की कमी के चलते 18 प्लस लोगों के वैक्सीनेशन पर रोक लगाने का ऐलान किया था. वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार लगातार केंद्र से मदद मांग रही है और वैक्सीन की कमी को दूर करने की बात कह रही है.

हालांकि इस हफ्ते भी दिल्ली में कोविड के मामलों के मद्देनजर लॉकडाउन जारी रखा गया है, लेकिन सीएम केजरीवाल के मुताबिक अगर 31 मई के बाद आंकड़ों में कमी आती है तो कुछ चीजों पर से रोक हटाई जा सकती है. वहीं सीएम केजरीवाल ने सोमवार को बताया कि  वो लगातार वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर और  मॉडर्ना के संपर्क में थे और वैक्सीन की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब फाइजर और मॉडर्ना ने उनकी उम्मीद पर पानी फेर दिया है.

सीएम केजरीवाल का बयान

सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कहा कि 'हमने वैक्सीन के लिए फाइजर, मॉडर्ना से बात की है और दोनों कंपनियों ने सीधे हमें टीके बेचने से मना कर दिया है, उन्होंने कहा है कि वो अकेले भारत सरकार से निपटेंगे'. इसलिए सीएम ने केंद्र सरकार से वैक्सीन आयात करने और राज्यों को वितरित करने की अपील की है.

18 प्लस लोगों को करना पड़ सकता है वैक्सीन का इंतजार

वैक्सीन को लेकर राज्य और केंद्र सरकार की उठापटक के बीच माना जा सकता है कि  वैक्सीन की कमी के चलते दिल्ली में रहने वाले 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.

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