पेंटागन (Pentagan Report) ने बीते दिनों एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि चीन ने तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र और भारत के अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) से सटे इलाकों में गांव बसा दिए हैं. अब इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि चीनियों के भारतीय क्षेत्र में आने और एक नया गांव बनाने के बारे में जारी विवाद ‘‘सही नहीं’’ है और संदर्भित गांव वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के उस पार पड़ोसी देश के क्षेत्र में है. रावत ने साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि चीन ने LAC की भारतीय ‘अवधारणा’ का उल्लंघन नहीं किया है. 


उन्होंने कहा, "चीनी एलएसी के साथ गांवों का निर्माण सच है. लेकिन मैं जो बताना चाहता हूं, वह यह है कि चीनी वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ अपने नागरिकों, या भविष्य में सेना के लिए, विशेष रूप से हालिया आमने-सामने की स्थिति के बाद गांवों का निर्माण कर रहे हैं. लेकिन यह वर्तमान विवाद जो यह पैदा हुआ है कि चीनी हमारे क्षेत्र में आ गए हैं और एक नया गांव बनाया है, यह सच नहीं है." 


अरिंदम बागची दे चुके हैं प्रतिक्रिया


बता दें कि इससे पहले इसी मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची भी प्रतिक्रिया दे चुके हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा पर प्रभाव डालने वाले सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखता है. भारत ने LAC पर चीन की ओर निर्माण गतिविधियों का संदर्भ देने वाली अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है.


भारत ने हमेशा ऐसी गतिविधियों का कड़ा विरोध किया है


चीन ने पहले भी सीमा से लगते क्षेत्र में निर्माण कार्य किए हैं जिसमें दशकों के दौरान अवैध रूप से कब्ज़ा किया गया क्षेत्र शामिल है. विदेश मंत्रालय ने पेंटागन की रिपोर्ट पर कहा, भारत ने अपनी जमीन पर ना तो चीन के अवैध कब्जे और ना ही अनुचित चीनी दावों को स्वीकार किया है. सरकार ने हमेशा राजनयिक माध्यम से ऐसी गतिविधियों का कड़ा विरोध किया है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगी.


ये भी पढ़ें: 


Kasganj News: 2.5 फीट ऊंचे नल से लटककर साढ़े 5 फीट लंबे अल्ताफ ने कैसे फांसी लगा ली, पुलिस पर उठे सवाल


Coronavirus Today: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 12 हजार 516 नए केस दर्ज, 501 लोगों की मौत