नई दिल्ली: प्रदूषण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार में चल रहे द्वंद के बीच शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय समिति ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. इस बैठक में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय समेत पर्यावरण मंत्रालय, डीडीए, एनडीएमसी और दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है. बैठक में दिल्ली में प्रदूषण कैसे कम हो, लोग खुली हवा में कैसे स्वच्छ सांस ले, इस पर मंथन किया जाएगा. इस बैठक में प्रदूषण के ना सिर्फ कारणों का पता लगाया जाएगा बल्कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए क्या किया जाए इस पर भी चर्चा होगी.
गौरतलब है कि इन दिनों दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. इसके पीछे कई कारण माने जा रहे हैं. इसका एक कारण है दिल्ली से लगे राज्यों खासकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसानों द्वारा पराली जलाना. दिल्ली के आसपास फैक्ट्रियों से होने वाले प्रदूषण को भी एक कारण माना जा रहा है. इसको लेकर केंद्र सरकार पिछले कई वर्षों से प्रयास कर रही है.
Exclusive: साइकिल पर सवार मंत्री ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सुझाए ये 5 उपाय
प्रदूषण को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच जुबानी जंग भी जारी है. इस बीच केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय समिति के अध्यक्ष और सांसद जगदंबिका पाल ने प्रदूषण पर एक अहम बैठक बुलाई है. बुधवार को 3:00 बजे संसद के प्रथम तल के कमरा नंबर 62 में बैठक बुलाई गई है.
जिसमें पर्यावरण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय के प्रतिनिधियों समेत दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, डीडीए , एनडीएमसी , सीपीडब्ल्यूडी समेत पोलूशन कंट्रोल बोर्ड को आमंत्रित किया गया है. बैठक में इस बात पर चर्चा होगी की दिल्ली के प्रदूषण को कैसे कम किया जाए और भविष्य में ऐसा ना हो, इसके लिए कौन कौन से कदम उठाए जाएं.
प्रदूषित पानी को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार का झगड़ा बढ़ा, रामविलास पासवान ने केजरीवाल को दी चुनौती