शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर लोकसभा में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् पर चर्चा करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में रहन वाले हर व्यक्ति को तिरंगे के सामने झुकना होगा और राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् गाना होगा. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इनकी सरकार के समय में यासीन मलिक को बिरयानी परोसी जाती थी, बाटला हाउस जाकर सोनिया गांधी रोती थीं.
उन्होंने कहा कि आखिर वो कौन सी मानसिकता है, जिस एक शब्द ने राष्ट्रवाद का जवार पैदा कर दिया, उससे ये क्यों दिक्कत है. इसके बाद उन्होंने कहा कि मुझे मेरा जवाब मिल गया, इनको दिक्कत हमसे है, वंदे मातरम् से हमको एनर्जी मिलती है और इनको एलर्जी है.
वंदे मातरम् भारतीय संस्कृति का गीत- अनुराग ठाकुर
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् ने देश को एकजुट करके रखा. वंदे मातरम् देश की आत्मा का गीत है, भारतीय संस्कृति का गीत है और कांग्रेस इससे भयभीत है. उनके दो सदस्य सदन में ही मौजूद नहीं थे. आज जब चर्चा हुई तब दोनों ही गायब रहे. प्रियंका गांधी पिछले पांच दिनों से मेहनत कर रहीं हैं, ऐसी चर्चा है कि वह यहां वंदे मातरम् गाने वाली हैं.”
वेद की ऋचाएं जितना पवित्र है वंदे मातरम्- अनुराग ठाकुर
उन्होंने कहा, “वंदे मातरम् उतना ही पवित्र है जितनी वेद की ऋचाएं हैं और उतना ही पाक है जितना कुरान की आयतें हैं. जिन्ना को वंदे मातरम् से दिक्कत थी और जिन्ना के मुन्ना को भी वंदे मातरम् से दिक्कत है. कुछ लोगों के पास इस महापाप से प्रायश्चित करने का अवसर है. बांटो और राजकरों की नीति अंग्रेजों की थी, लेकिन इनकी नीति बांटो और काटो की है. हम नेहरू जी को बदनाम नहीं कर रहे हैं, हम सच्चाई देश के सामने ला रहे हैं.”
राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर अनुराग ठाकुर का तंज
अनुराग ठाकुर ने कहा, “राहुल जी एक लाइन तक सीमित कर रहे हैं, मुझे नहीं पता कि ये इसका विरोध क्यों कर रहे हैं. क्या वंदे मातरम् इच्छा, अनिच्छा का हो सकता है? 2009 में वोट बैंक की राजनीति के लिए पी. चिदंबरम देवबंद गए थे और वहां पर वंदे मातरम् के विरोध में रिजोल्यूशन पास हुआ. यहां अखिलेश जी कहते हैं कि बच्चों के अधिकार है कि वो कौन सा गाना सुने. सर, ये फिल्मी गाना नहीं है, ये राष्ट्र गीत है.”
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