Akhilesh Yadav In Parliament: सदन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में योगी सरकार से कई सवाल पूछे. सपा सांसद ने भरी संसद में कहा कि साजिश को छिपाना अपराध है. सरकार ये बताए कि उसने आंकड़े दबाए, छिपाए क्यों?
अखिलेश यादव ने जोर देते हुए ये भी कहा कि महाकुंभ में मरने वाले लोगों के लिए मौन धारण किया जाए. इस दौरान उन्होंने स्पीकर से कहा कि इस पर टोका टोकी हो रही है. उन्होंने आंकड़ों की मांग करते हुए कहा कि महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े सामने लाए जाएं. आपदा प्रबंधन और खोया पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. महाकुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई हो, जिन्होंने सच छिपाया उनको दंडित किया जाए.
'कौन भुगतेगा दंड' - अखिलेश यादव
सदन में अखिलेश यादव ने कहा कि अगर अपराध बोध नहीं था तो आंकड़े मिटाए क्यों गए? इस अपराध का दंड कौन भुगतेगा? कुंभ का इतना प्रचार किया. यहां तक की मीडिया रिपोर्ट्स में आया कि सौ करोड़ लोगों के इंतजाम किए गए हैं. अगर उन्होंने कुछ गलत कहा है तो वह इसके लिए इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. वह बोले, “सरकार ने पावन मुहूर्त के स्थान पर अपने मनमाने समय पर शाही स्नान का आदेश दिया, ये सनातन परंपरा तोड़ी गई. लोग पुण्य कमाने आए थे और अपनों के शव लेकर गए हैं. श्रद्धालुओं के शव मिल गए थे, लेकिन सरकार मरने वालों की बात स्वीकार नहीं कर रही थी."
हेलीकॉप्टर में भरकर फूल डालने लगी सरकार
सपा सांसद ने कहा, "जब ये जानकारी सामने आई कि कुछ लोगों की जान चली गई है तब सरकार हेलीकॉप्टर में भरकर फूल डालने लगी. ये कहां की सनातनी परंपरा है? जहां लाशें पड़ी हों, न जाने कितनी चप्पलें पड़ी थीं, महिलाओं की साड़ियां पड़ी थीं. उनको कैसे उठाया गया. ट्रैक्टर की ट्रॉली से. उन्हें उठाकर कहां फेका, कोई नहीं जानता, जब लगा कि वहां से बदबू आ रही तो सरकार के लोग छिपाने लगे.”
‘मीडिया पर दवाब डाला गया’
सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा, “मीडिया पर दबाव डाला गया, जिससे खबरें बाहर न जाए. यूपी में सीएम योगी ने शोक नहीं जताया. अखिलेश यादव ने कहा ये दस साल के अंदर कोई एक राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल का नाम बता दें, जो इन्होंने खोला हो. दस सालों में एक भी नया मिलिट्री स्कूल नहीं खोला है.”
‘क्या वाराणसी में नहींं बनी मेट्रो’ अखिलेश यादव बोले, “दिल्ली का चुनाव है तो मैंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण में सुना कि यहां पर मेट्रो का एक्सपेंशन हो गया है. क्या आपने कभी क्योटो का नाम सुना है, क्या आपने वेनिस का नाम सुना है, जिसको क्योटो बनाने का सपना देखा गया था. अभी तक वहां मेट्रो की शुरुआत नहीं कर पाए हैं. यूपी में जितनी भी मेट्रो चल रही थी, सब की सब समाजवादियों की देन है.” सपा सांसद ने कहा कि मनमोहन सिंह जब पीएम थे तब वह उनसे मिलने गए थे. यूपी को लेकर उन्हें जो भी काम कहा था, वो सारा काम उन्होंने किया. जो दिल्ली में मेट्रो बना रहे हैं, वे वाराणसी में मेट्रो क्यों नहीं बनवा पा रहे हैं?