नई दिल्ली: ई-रिटेल क्षेत्र देश में पार्सल पहुंचाने के बाजार में बड़ा उथल पुथल करने वाला साबित हो सकता है और इसमें अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी आनलाइन खुदरा कंपनियों की भूमिका अहम होगी.चालू वित्त वर्ष में ई-रिटेल क्षेत्र का पार्सल पहुंचाने के बाजार में योगदान 5,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है. इसमें हवाई कार्गो (विमान से माल पहुंचाने) के कारोबार का हिस्सा करीब 1,000 करोड़ रुपये होगा. एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है.
पिछले सप्ताह जारी एक्सप्रेस उद्योग रिपोर्ट 2018 में कहा गया है कि ई - कामर्स कंपनियों ने पार्सल भेजने के परंपरागत परिचालन को चुनौती दी है और कई नए अवसरों का दोहन किया है और मूल्यवर्धन के नए रास्ते खोले हैं.
सालाना 15 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है घरेलू एक्सप्रेस उद्योग
रिपोर्ट में कहा गया है कि 17,000 करोड़ रुपये के घरेलू एक्सप्रेस उद्योग (पार्सल परिवहन) में सड़क और हवाई मार्ग दोनों से पार्सल पहुंचाने का कारोबार शामिल है.यह बाजार सालाना 15 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है. इस वृद्धि में प्रमुख योगदान ई कामर्स कंपनियों का है.
रिपोर्ट कहती है कि घरेलू उद्योग में कुल 5,000 करोड़ रुपये का योगदान देने वाले एयर कार्गो एक्सप्रेस को ई - कामर्स क्षेत्र के आगे बढ़ने से काफी फायदा होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि ई खुदरा उद्योग घरेलू जमीनी एक्सप्रेस क्षेत्र में 4,000 करोड़ रुपये का और घरेलू हवाई एक्सप्रेस क्षेत्र में 1,000 करोड़ रुपये का योगदान करेगा.