Palghar Lynching Case: महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं की हत्या मामले की जांच को CBI को सौंपने पर आज सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना सकता है. इस पूरे हत्याकांड मामले में एक ड्राइवर की भी हत्या हुई थी. 

दरअसल, साधुओं की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने जवाब देने के लिए समय मांगा था. भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश वकील के अनुरोध पर मामले की सुनवाई स्थगित कर दी थी. 

उद्धव ठाकरे सरकार ने विरोध जताया था...

बता दें, साल 2020 में इस घटना की जांच सीबीआई को सौंपने का उद्धव ठाकरे सरकार ने विरोध जताया था. दरअसल, 16 अप्रैल 2020 की रात पालघर के गड़चिंचले गांव में भीड़ न् जूना अखाड़े के दो साधुओं महंत सुशील गिरी महाराज, 65 साल के महंत महाराज कल्पवृक्ष गिरी और 30 साल ड्राइवर निलेश तेलगडे की पीट-पीटकर हत्या कर दी.

देश में घटना को लेकर दिखा था गुस्सा

इस हत्याकांड को लेकर देश में आक्रोश देखने को मिला था. जनता संतों के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे. वहीं, महाराष्ट्र पुलिस ने मामले में चार्जशीट दाखिल करते हुए अफवाह के कारण हत्या के होने की बात की थी.

बच्चा चोरी करने का ग्रामीणों ने जताया था संदेह और...

दरअसल, कुछ ग्रामीणों ने साधुओं पर बच्चा चोर होने का संदेह जताया था जिसके बाद कुछ ही मिनटों में भीड़ इकठ्ठा हो गई और दोनों साधुओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 167 आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिनमें से कई को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया था. 

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