आंध्र प्रदेश के गोदावरी नदी में बन रहे पोलावरम प्रोजेक्ट के विरोध में बीजू जनता दल का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचकर और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय समेत केन्द्रीय जल आयोग समेत कई जगहों पर अपनी आपत्तियां जताई. बीजेडी प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अपनी अंतिम राय नहीं दी, उसके बावजूद क्यों इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाकर उसे अंतिम रुप दिया जा रहा है.
एबीपी लाइव टीम के साथ बात करते हुए बीजू जनता दल के उपाध्यक्ष और राज्य सरकार के पूर्व मंत्री देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि पोलावरम प्रोजेक्ट से मलकानगिरि में भारी तबाही होगी. इसलिए, वे स्थानीय अनुसूचित जनजातीय लोगों की चिंताओं को पार्टी आलाकमान के निर्देश पर दिल्ली में रख रहे हैं. साथ ही, केन्द्र सरकार के अलग-अलग नुमाइंदों से मिलकर प्रतिनिधमंडल अपनी बातें रख रहा है.
ओडिशा से आए बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता कर रहे देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि चूंकि ये मामला इस वक्त सुप्रीम कोर्ट के अधीन है, साथ ही यूपीए सरकार के दौरान से ही इस पर लगातार काम चल रहा है, जबकि कोर्ट ने अंतिम निर्णय नहीं सुनाया है.
दूसरी तरफ बीजेडी के राज्यसभा सांसद सदस्य सस्मित पात्रा ने कहा कि कहीं न कहीं केन्द्र सरकार पोलावरम प्रोजेक्ट के जरिए आंध्र प्रदेश की एन. चंद्रबाबू नायडू सरकार को वो खुश करना चाहती है. विशेषकर अगर देखें तो जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट में अभी ये मामला लंबित है, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर अभी तक अंतिम राय नहीं दिया है. दूसरी तरफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के जो वर्क ऑर्डर है, उसको भी साल दर साल रिव्यू करके बैकएंड से ये कोशिश हो रही है कि इसे आगे बढ़ाया जाए. ये किसी भी सूरत में उचित नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि हम ये चाहते हैं कि स्ष्टता आए कि आखिर ओडिशा के कितने लोग इससे प्रभावित होंगे. साथ ही, इस प्रोजेक्ट के द्वारा कैसे उन लोगों को और किस तरह से बचाया जा सकता है. यानी, एक राष्ट्रीय परियोजना होने के बावजूद ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि जो ओडिशा प्रभावित होने जा रहा है, उन लोगों की जिंदगियों पर क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा.
बीजेडी प्रतिनिधिमंडल की तरफ से इस मामले पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केन्द्र और आंध्र प्रदेश की एन. चंद्रबाबू नायडू सरकार की पोलावरम प्रोजेक्ट पर रुख पर चिंता जताई गई. साथ ही, बीजेडी ने कहा कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता के साथ पूरे जोर-शोर से आगे बढ़ेगी.