पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार वाराणसी के मो. तुफैल को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. तुफैल को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने अपने जाल में फंसाया और भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. जांच में सामने आया है कि तुफैल सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की एक महिला नफीसा के संपर्क में आया था. नफीसा का पति पाकिस्तानी सेना में कार्यरत है. नफीसा तुफैल को बहला कर वॉट्सऐप, फेसबुक और अन्य माध्यमों से संवेदनशील जानकारियां जुटा रही थी. आरोप है कि तुफैल उसके झांसे में पुरी तरह फंस चुका था और बिना सोचे समझे भारत विरोधी गतिविधियां कर रहा था. तुफैल के परिवार वालों के अनुसार, वह काफी धार्मिक प्रवृत्ति का था. उर्स, जलसा और तकरीरों में लगातार भागीदारी रहती थी. वह मौलवी और मौलानाओं के साथ लगातार संपर्क में रहता था. साल 2014 में अपने माता-पिता के तलाक के बाद वह अपने ननिहाल में रहने लगा था. एटीएस की जांच में पता चला है कि तुफैल पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो और मैसेज को वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर करता था. आरोप है कि उसने भारत के कई संवेदनशील जानकारियां और धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारियां पाकिस्तानी नंबरों पर साझा की थी.
तुफैल को 22 मई को किया गया गिरफ्तार
यूपी एटीएस को खुफिया इनपुट मिली थी कि वाराणसी निवासी एक व्यक्ति भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान के साथ साझा कर रहा है. इस पर एटीएस वाराणसी यूनिट ने जांच शुरू की, जिसमें पाया गया कि आरोपी तुफैल पाकिस्तान में एक्टिव लोगों से सीधे संपर्क में है. जांच पूरी होने के बाद 22 मई को उसे गिरफ्तार किया गया. थाना एटीएस लखनऊ में केस दर्ज किया गया है.
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