नई दिल्ली: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान के तारीफों के पुल बांध दिए. जब इमरान खान मंच पर बोलने पहुंचे तो वे भी सिद्धू की तारीफ करते नहीं थके. इमरान खान ने यहां तक कह दिया कि सिद्धू आप पाकिस्तान में आकर चुनाव लड़ लें, आप यहां भी जीत जाएंगे.
हमें सिद्धू का इंतजार न करना पड़े कि जब वो प्रधानमंत्री बनें तब दोस्ती होगी: इमरान खान
हालांकि अपने भाषण के दौरान इमरान खान ने भारत पाकिस्तान रिश्तों को लेकर तंज भी कसा. इमरान ने कहा कि दो तरह के नेता होते हैं. एक वो जो बड़े ख्वाब देखता है और चांस लेता है. दूसरा वो जो डर-डर के अपना वोट बैंक देखता हैं. एक इंसानों को जोड़कर वोट लेता है तो दूसरा नफरतें फैलाकर वोट लेता है. इशारों में पीएम मोदी को भी तंज के दायरे में लेते हुए इमरान खान ने आगे कहा कि मैं ये उम्मीद रखता हूं कि हमें सिद्धू का इंतजार न करना पड़े कि जब वो प्रधानमंत्री बनें तब पाकिस्तान और हिंदूस्तान की दोस्ती होगी. इमरान खान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में भारत के साथ अच्छे संबंध होंगे. दोनों मुल्क की आवाम अमन चाहती है बस लीडरशिप को आगे आना होगा.
जब आप अगले साल यहां आएंगे तो खुशी होगी: इमरान खान
इमरान खान ने कहा कि जिस तरह से मुसलमानों के लिए मदीना है वैसे ही सिखों के लिए करतारपुर है. हम करतारपुर दरबार को बेहतर से बेहतर करते जाएंगे. जब आप अगले साल यहां आएंगे तो आपको देखकर खुशी होगी. हम हर तरह की सुविधा मुहैया कराएंगे.
यहां देखें इमरान खान का पूरा भाषण
भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के आगे बढ़ने पर जोर देते हुए इमरान खान ने कहा कि हमें माजी (अतीत) की जंजीरें तोड़नी होंगी. जबतक हम ये जंजीर नहीं तोड़ेंगे, आगे नहीं बढ़ पाएंगे, हम इसी तरह फंसे रहेंगे. माजी सिर्फ सीखने के लिए है. माजी आगे बढ़ने के लिए सबक सिखाता है.
जब फ्रांस और जर्मनी एक साथ रह सकते हैं तो हम क्यों नहीं: पाक पीएम
फ्रांस और जर्मनी का उदारहण देते हुए इमरान खान ने कहा कि जब ये दो देश आपस में कई जंगों के बाद हमसाए की तरह रह सकते हैं तो हम क्यों नहीं. दोनों देशों के बीच खुली सीमा और व्यापार है. आज वो जंग लड़ने की सोच भी नहीं सकते. अगर फ्रांस और जर्मनी एक यूनियन बनाकर आगे बढ़ सकते हैं तो हम क्यों नहीं. इमरान खान ने कहा कि हमने भी एक दूसरे के लोगों को मारे हैं लेकिन वो कत्लेआम तो कभी भी नहीं हुआ जो उधर (फ्रांस-जर्मनी) में हुआ था.
इमरान खान ने कहा कि मैं जब भी भारत जाता था तो लोग करते थे कि आपके नेता एक तरफ हैं लेकिन फौज नहीं चाहती कि दोस्ती हो. इमरान ने कहा, ''मैं आज आपके सामने कह रहा हूं कि मैं, हमारी पार्टी, बाकी पॉलिटिकल पार्टी और हमारी फौज सब एक पिच पर खड़े हैं. हम आगे बढ़ना चाहते हैं. हम सिविलाइज्ड रिलेशन चाहते हैं.''
लीडरशिप चाहे तो कश्मीर का मसला हो सकता है हल: इमरान खान
अपने भाषण के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर मसले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इंसान आज चांद पर पहुंच चुका है. ऐसा कौन सा मसला है जो इंसान हल नहीं कर सकता. सिर्फ बॉर्डर के दोनों तरफ दो इरादे वाली लीडरशिप चाहिए .जो ये इरादा कर ले कि हम मसला हल करेंगे. इमरान खान ने कहा कि मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि ये मसला हल हो जाएगा. कोई ऐसी चीज नहीं जो हल नहीं हो सकती. हिंदुस्तान एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे बढ़ाएंगे.
पाकिस्तान आने पर सिद्धू की हुई आलोचना पर इमरान खान ने कही ये बात
इस दौरान इमरान खान ने पाकिस्तान से वापस जाने पर सिद्धू की हुई आलोचना का भी जिक्र किया. इमरान खान ने कहा कि तीन महीने पहले जब सिद्धू यहां आए थे तो इनकी बहुत आलोचना हुई. मुझे अभी तक नहीं समझ आया कि क्यों आलोचना हुई. एक इंसान जो दोस्ती और प्यार का पैगाम लेकर आया है, वो कौन सा जुर्म कर रहा है.
भारत और पाकिस्तान दोनों न्यूक्लियर पावर, जंग के बारे में सोचना पागलपन: इमरान खान
दोनों देशों के न्यूक्लियर पावर का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि दोनों के बीच कभी जंग नहीं हो सकती. दो मुल्क जिनके पास न्यूक्लियर पावर हो तो जंग के बारे में सोचना तो पागलपन है. ऐसे में जब जंग नहीं करनी तो दूसरा रास्ता दोस्ती के अलावा कुछ नहीं.
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दोनों देश परमाणु ताकतें हैं, युद्ध की बात सोचना पागलपन, अब नेता एक मंच पर आएंः इमरान खान