Pahalgam Terror Attack: बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई. इस हमले के बाद भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को स्वदेश वापस लौटने का आदेश दिया है. इस आदेश से जैसलमेर में विवाहित दो पाकिस्तानी दुल्हनों के सपने चकनाचूर हो गए. दरअसल, 13 दिन पहले ही ससुराल आईं सचुल और करमा खातून को मजबूरी में वापस पाकिस्तान लौटना पड़ा रहा है. आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी में सालेह मोहम्मद और मुश्ताक अली की अपने रिश्तेदारों से मुलाकात हुई थी. इस दौरान उन्हें 21 साल की करमा खातून और 22 साल की सचुल पसंद आ गई थी. 

अगस्त 2023 में हुआ था निकाह

परिवारों की रजामंदी के बाद दोनों लड़कियों का निकाह अगस्त 2023 में कराया गया. निकाह के बाद दोनों दुल्हनों को भारत का वीजा नहीं मिल पाया और दुल्हे भारत लौट आए. करीब डेढ़ साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अप्रैल 2025 में वीजा जारी हुआ और 11 अप्रैल को दोनों दुल्हनें अपनी ससुराल जैसलमेर पहुंचीं.

दोनों दुल्हनों की खुशियों पर लगा ग्रहण बीते 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर उन्हें स्वदेश लौटने का आदेश दिया. इस फैसले ने दोनों दुल्हनों की खुशियों पर पानी फेर दिया. दोनों दुल्हनें मायूस हैं और सरकार से गुहार लगाई कि वे अपने परिवार और पतियों को छोड़कर वापस नहीं जाना चाहतीं. दुल्हन के ससुर हाजी अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने दोनों दुल्हनों के भारत आने के तुरंत बाद लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन कर दिया था, लेकिन आतंकी हमले के बाद दोनों दुल्हनों को वापस पाकिस्तान भेजने का दबाव है.

आज पाकिस्तान लौटने का आखिरी दिन बता दें कि भारत सरकार के निर्देशानुसार वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी बॉर्डर के जरिए आज 27 अप्रैल तक पाकिस्तान लौटना अनिवार्य है. जैसलमेर के विदेशी पंजीयन अधिकारी विक्रम सिंह भाटी के मुताबिक, अब तक चार पाकिस्तानी नागरिकों ने पाकिस्तान लौटने की अनुमति ले ली है, जिनमें ये दोनों दुल्हनें भी शामिल हैं. 

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