नई दिल्ली: आंतक की पनाहगाह बन चुका पाकिस्तान आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो गया. आज पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय नीति भी सेना की गिरफ्त में है.


कजाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन की राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में भाषण खत्म होते ही सेना का एक बड़ा अफसर नवाज शरीफ की तरफ लपका और कान में कुछ कहा. पांच सेकेंड के इस वीडियो ने दुनिया को बता दिया कि कैसे पाकिस्तान की सरकार वहां की सेना की कठपुतली है.


इस संगठन के पहली बार भारत-पाकिस्तान सदस्य बने हैं और यहीं पाकिस्तानी सेना के अफसरों के साए में दिखे नवाज शरीफ. आर्मी ऑफिसर ने नवाज शरीफ के कान में क्या कहा, ये तो साफ नहीं है लेकिन पाक पीएम की भाव भंगिमा से ये नहीं लगता कि आर्मी ऑफिसर नवाज के भाषण की तारीफ कर रहा था. हालांकि तस्वीर से ये जरूर साफ है कि नवाज के कान में पाकिस्तानी आर्मी का कोई संदेश दिया गया.


दुनिया जानती है कि नवाज सरकार की पाकिस्तानी सेना के आगे एक नहीं चलती. भारत पर बम फेंकने से लेकर, आतंकी भेजने और कश्मीर पर राग अलापने तक सब सेना ही तय करती है. अब इसका खामियाजा नवाज शरीफ भुगत रहे हैं.


क्या है शंघाई सहयोग संगठन?
शंघाई सहयोग संगठन 2001 में बना एक राजनीतिक और सुरक्षा समूह. चीन, रूस कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान इसके परमानेंट मेंबर हैं. और इसका मुख्यालय बीजिंग में है. इस संगठन को मिलिट्री-को-ऑपरेशन के लिए बनाया गया है. रूस के प्रस्ताव के बाद भारत इसमें शामिल हुआ है. वहीं चीन की चापलूसी करने पर पाक में इसका सदस्य बना है.