नई दिल्लीः कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम 27 घंटे बाद सामने आए हैं. वो कांग्रेस दफ्तर पहुंचे और उन्होंने कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने कहा कि कहा कि आईएनएक्स मीडिया मामले में मैं आरोपी नहीं हूं. स्वतंत्रता लोकतंत्र की सबसे बड़ी चीज है. मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ कोई चार्जशीट नहीं है. मुझे लोकतंत्र पर पूरा भरोसा है. किसी भी एफआईआर में मेरा नाम नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे न्याय मिलेगा.
चिदंबरम ने करीब 10 मिनट तक कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन इस दौरान सीबीआई या ईडी की कोई भी टीम वहां नहीं पहुंची. अपनी 10 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पी चिदंबरम ने कहा कि सीबीआई और ईडी द्वारा कोई भी मेरे खिलाफ कोर्ट में कोई चार्जशीट फाइल नहीं की गई है. मैं कानून का सम्मान करता हूं. पी चिदंबरम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि लोकतंत्र की आधारशिला स्वतंत्रता है. संविधान का सबसे महत्वपूर्ण और कीमती आर्टिकल 21 है जो जिंदगी और स्वतंत्रता की गारंटी देता है. अगर मुझे जिंदगी और स्वतंत्रता में से किसी एक को चुनने के लिए कहा जाए तो मैं आजादी को चुनुंगा. पी चिदंबरम ने लिखा हुआ बयान पढ़ा और उन्होंने पत्रकारों के सवाल भी नहीं लिए.
इससे पहले आज चिदंबरम के वकीलों की कई कोशिशों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट में राहत की मांग वाली याचिका पर सुनवाई नहीं हुई. शाम तक चिदंबरम के वकील चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के कक्ष में एकत्र हुए जहां अयोध्या मामले में सुनवाई चल रही थी. उम्मीद की जा रही थी कि चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल चीफ जस्टिस से सुनवाई के लिए अनुरोध करेंगे. लेकिन चीफ जस्टिस की पीठ दिनभर के लिए उठ गई, चिदंबरम के वकील उनकी याचिका का उल्लेख नहीं कर पाए. अब पी चिदंबरम की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी.