बेंगलुरु: ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन झारखंड से 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर बेंगलुरु पहुंच गई. ट्रेन को शुक्रवार को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के जोलारपेट्टई से बेंगलुरु तक पूरी तरह से महिला चालक दल ने संचालित किया.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ट्वीट किया, "कर्नाटक के लिए सातवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुक्रवार को टाटानगर (जमशेदपुर) से बेंगलुरु पहुंची. केवल महिला चालक दल ने इसे संचालित किया. यह ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन राज्य में कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेगी.”

उन्होंने ट्वीट के साथ महिला लोको पायलट द्वारा ट्रेन चालने का वीडियाो भी शेयर किया. दक्षिण पश्चिम रेलवे के अनुसार, लोको पायलट सिरीशा गजिनी और सहायक लोको पायलट अपर्णा आर पी ने जोलारपेट्टई से बेंगलुरु के लिए ट्रेन चलाई.

रेलवे में ज्यादा महिला लोको पायलट नहीं हैंदक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनीश हेगड़े ने बताया, "ऑक्सीजन एक्सप्रेस में सवार चालक दल में सभी महिला सदस्य का होना दुर्लभ है क्योंकि हमारे पास रेलवे में ज्यादा महिला लोको-पायलट नहीं हैं." रेलवे अधिकारियों के मुताबिक आठवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस भी आज सुबह 109.2 मीट्रिक टन जीवन रक्षक गैस लेकर गुजरात के जामनगर से बेंगलुरु पहुंची.

राज्य सरकार ने राज्य में बढ़ते कोविड मामलों को देखते हुए प्रतिदिन 1,200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की है. कर्नाटक में शुक्रवार को कोविड-19 के 32,218 नए मामले आए और 353 मौतें हुईं, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 23.67 लाख हो गए और मृतकों की संख्या 24,207 हो गई.

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