Lok Sabhah Election 2024: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद 2024 चुनाव के लिए विपक्षी एकता की कोशिश तेज हो गई है. जेडीयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि जिन राज्यों में कांग्रेस मजबूत है, वहां पर अन्य दलों को उसकी मदद करनी चाहिए. इसी तरह से जहां दूसरे दल मजबूत हैं, वहां कांग्रेस को भी वैसा ही करना चाहिए.


नीतीश कुमार को सर्वमान्य नेता बताते हुए त्यागी ने कहा कि 2024 चुनाव के लिए किसी पार्टी को अभी प्रधानमंत्री पद को लेकर चर्चा नहीं करनी चाहिए. यह विरोधी खेमे में बंटवारे का काम करेगा. 


एक के खिलाफ एक फॉर्मूला


त्यागी ने कहा, राज्यों में जहां कांग्रेस मजबूत है वहां दूसरी पार्टियों को उसकी मदद करनी चाहिए. उन राज्यों में जहां क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हैं, वहां कांग्रेस को उनकी मदद करनी चाहिए. एक के खिलाफ एक फॉर्मूला लागू होना चाहिए यानी बीजेपी के कैंडीडेट के खिलाफ विपक्ष का एक ही उम्मीदवार हो. किसी पार्टी को 2024 के लिए प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम नहीं घोषित करना चाहिए."


जेडीयू नेता का बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस को लेकर ऐसी ही राय सामने रखी थी. ममता बनर्जी ने कहा था कि उनकी पार्टी उन क्षेत्रों में कांग्रेस को समर्थन करेगी, जहां वह मजबूत है.


विपक्षी गठबंधन में नीतीश की अहम भूमिका


त्यागी ने ये भी कहा कि सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सबसे बड़े पैरोकार हैं. 2024 के चुनावों से पहले भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के लिए नीतीश विभिन्न विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह तय है कि विपक्षा का जो भी गठबंधन होगा उसमें नीतीश कुमार की भूमिका होगी. ये बातें नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ने के बाद ही सामने आई हैं.'


जेडीयू नेता ने कहा, कर्नाटक चुनावों में कांग्रेस द्वारा भाजपा को हराने के बाद, विपक्षी एकता ने एक बार फिर गति पकड़नी शुरू कर दी है.


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