Indian Deportation Row: संसद में गुरुवार (6 फरवरी) को पूरे दिन अमेरिका से डिपोर्ट हुए भारतीयों का मुद्दा छाया रहा. विपक्षी दलों ने इस मामले पर सरकार की घेराबंदी की. कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी तक हर विपक्षी दल ने इस मुद्दे पर सरकार पर ढेरों सवाल दागे और जवाब की मांग की. विपक्ष के नेताओं ने इस दौरान क्या-कुछ कहा? यहां पढ़ें...

कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'मैं विदेश मंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या सरकार जानती है कि 5 फरवरी को 104 भारतीयों को हाथ में हथकड़ी और पांव में बेड़ी, जहां 19 महिलाएं भी शामिल थी, 40 घंटे की यात्रा जिसमें एक टॉयलेट थी, इस अमानवीय तरीके से उन्हें भारत भेजा गया? सरकार चुप्पी क्यों साधे रही? क्या सरकार यह भी जानती है कि ऐसे 7,25,000 भारतीय हैं जिनको अमेरिका इसी प्रकार से वहां से निकालने की योजना बना रहा है? क्या यह व्यवहार एक आतंकवादी और उग्रवादी जैसा नहीं है? सरकार की इस पर क्या टिप्पणी है? यह भी बताएं कि 7,25,000 भारतीयों में से ऐसे कितने हजार भारतीय हैं, जिन्हें अमेरिका ने इसी अमानवीय तरीके से बंद कर रखा है और क्या उनको आपने काउंसलर एक्सेस दिया है?

'कोलंबिया ने आंख दिखा दी, आप क्या कर रहे?': रणदीप सुरजेवालासुरजेवाला ने यह भी पूछा कि क्या सरकार को इतना पता है कि ये लोग जो भारत छोड़कर गए थे, वह इसलिए गए थे क्योंकि न तो आप उन्हें यहां पर रोजगार दे पाए, न रोटी दे पाए, न अच्छी जिंदगी दे पाए. मजबूरन इन लोगों को जमीनें, गहनें बेचकर वहां जाना पड़ा. जब कोलंबिया जैसा छोटा मुल्क अपने नागरिकों के अपमान पर अमेरिका को आंखें दिखा सकता है तो आप क्यों नहीं?

'छोटे-छोटे देश अपने विमानों से अपने नागरिकों को ला रहे, आप क्यों नहीं?': संजय सिंहAAP नेता संजय सिंह ने कहा, 'भारत की धरती पर जब वो लोग उतरे तो हरियाणा के कैदी वैन में हमारे नागरिकों को ले जाया गया. अमेरिका ने जो उनके साथ किया वो तो किया लेकिन हमारी धरती पर भी उनके साथ ऐसा बर्ताव? छोटे छोटे देश अपना जहाज भेजकर अपने-अपने नागरिकों को वहां से ला रहे हैं क्या भारत सरकार ऐसा नहीं कर सकती? क्या आप अपने नागरिकों को लाने के लिए कोई ऐसी योजना बना रहे हैं? मैं यह भी पूछना चाहूंगा कि आपकी धरती पर अमेरिका का जहाज आ गया और आपको पता तक नहीं चला?

'क्या उनकी संपत्ति ला पाओगे?': राम गोपाल यादवसपा सांसद राम गोपाल यादव ने पूछा, 'मैं माननीय मंत्री जी पूछता हूं कि ये जो डिपोर्टेशन हुआ है इसके बारे में क्या उनकी वहां के अधिकारियों से पहले बातचीत हुई थी? यह भी बताएं कि जो लोग डिपोर्ट हुए हैं, क्या उनकी वहां कोई संपत्ति है, और अगर है तो क्या सरकार उनकी संपत्ति वहां से ला पाएगी?

'मोदी जी इस मामले में ट्रंप से बात करेंगे या नहीं?': संजय राउतसंजय राउत ने कहा, 'ट्रंप हमारे प्रधानमंत्री जी के दोस्त है. अब हमारे पीएम जो हैं वो यूएस जा रहे हैं. उससे पहले जिस तरह से हमारे लोगों को यहां भेजा गया है तो मुझे ये बताएं कि 18000 लोग जिन्हें वो लोग यहां भेजने वाले हैं तो मोदी जी क्या ट्रंप से इन लोगों के बारे में कोई सकारात्मक बात करना चाहते हैं या नहीं?' 

सैन्य विमान से डिपोर्ट हुए 104 भारतीयएक अमेरिकी सैन्य विमान से बुधवार (5 फरवरी) दोपहर अमृतसर एयरपोर्ट पर 104 भारतीयों को उतारा गया. ये वे लोग थे जो अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे थे. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों पर उनकी नीति के चलते इन लोगों को भारत वापस भेजा गया. दरअसल, ट्रंप सरकार अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें अपने-अपने देश भेज रही है. बुधवार को भारत आए इन प्रवासियों में से कुछ लोगों ने अपनी आप बीती भी बताई. इन लोगों ने यह बताया कि अमेरिका से भारत तक उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया गया.

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