Operation Sindoor: भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के लाहौर के वॉल्टन, गोपाल नगर और नसराबाद इलाकों में आज (08 मई) धमाकों की आवाज सुनी गई. मौके पर रेस्क्यू और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची हैं. Reuters के मुताबिक, लगातार तीन धमाके हुए हैं. हालांकि, इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है. बीते दिन पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के बोलन दर्रा इलाके में IED ब्लास्ट से हुई थी, जिसमें 12 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई. बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस घटना की जानकारी ली है.


भारत ने आतंकवादी ठिकानों को बनाया था निशाना


भारत ने मंगलवार (06 मई) की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए पीओके और पंजाब में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने बुधवार (07 मई) को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की और मोर्टार गोले दागे जिसमें चार बच्चों और एक सैनिक सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 57 अन्य घायल हो गए.


मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों की मौत


जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने स्वीकार किया कि बहावलपुर में संगठन के मुख्यालय पर भारत के मिसाइल हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए. इसके अलावा भी कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है. 


भारत ने ऑपरेशन से क्यों जोड़ा 'सिंदूर' का नाम?


भारत की इस सैन्य कार्रवाई के नाम में ‘सिंदूर’ शब्द को जोड़ने का एक संदर्भ यह है कि भारतीय परंपरा में विवाहित महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं और इसे उनके सुहागन होने का एक प्रतीक माना जाता है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम उन महिलाओं के प्रति सम्मान है जिन्होंने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में अपने पतियों को खो दिया था.


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